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बिजनेस

चीन में व्यापार बढाने की डिनर डिप्लोमेसी, शी जिनपिंग के साथ डिनर हेतु चुकाने होंगे 40 हजार डॉलर

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The price of business negotiations in China

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वॉशिंगटन। चीन और अमेरिका के रिश्तों में अक्सर खटास देखी गई है। कभी व्यापार तो कभी किसी अन्य देश की मदद करने को लेकर दोनों के बीच मनमुटाव बना रहता है। हाल के वर्षों में, चीन में व्यापार करना अमेरिका और अन्य विदेशी कंपनियों के लिए पहले से भी ज्यादा कठिन हो गया है। यह चीनी स्टॉक और बॉन्ड से वापस लिए गए निवेश से साफ है।

188 अरब डॉलर का निवेश कम

ब्लूमबर्ग ने चीन के केंद्रीय बैंक के हालिया आंकड़ों को जारी किया। बताया गया कि इस साल जून के अंत तक चीनी इक्विटी और बॉन्ड में  विदेशी निवेश करीब 1.37 ट्रिलियन युआन यानी 188 अरब डॉलर कम हुआ है। दिसंबर 2021 में निवेश अपने चरम पर पहुंचा था, जो अब 17 फीसदी कम है।

यह कीमत चुकानी होगी

अब ऐसे में सवाल उठता है कि अगर चीन में कंपनियों को व्यापार करना है तो इसे पूरा करने के लिए कौन सा तरीका अपनाना चाहिए। इसका जवाब वॉल स्ट्रीट जर्नल में दिया गया है। इसकी एक रिपोर्ट के अनुसार, आप चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ डिनर कर सकते हैं, जिसके लिए 40 हजार डॉलर चुकाने होंगे।

इन सौदों को कर चुका है टालमटोल

रिपोर्ट के अनुसार, कई महीनों तक चीनी अधिकारियों ने एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर कंपनी वीएमवेयर को खरीदने के ब्रॉडकॉम के प्रस्ताव को मंजूरी देने में देरी की, जिसकी बाद में पिछले साल मई में घोषणा की गई। देरी होने की वजह से तीन बार इस सौदे को टालने की बात उठी। ऐसी देरी होना कोई नई बात नहीं थी।

इससे पहले, इंटेल द्वारा इस्राइली कंपनी टॉवर सेमीकंडक्टर के 5.4 अरब डॉलर के अधिग्रहण की योजना विफल हो गई थी, क्योंकि चीन कथित तौर पर सौदे को पूरा करने के लिए दोनों कंपनियों द्वारा सहमत समय सीमा को पूरा करने के लिए समय पर सौदे को मंजूरी देने में विफल रहा था।

डिनर से फायदा?

इन सबके बावजूद, ब्रॉडकॉम के सीईओ हॉक टैन ने इस महीने में सैन फ्रांसिस्को में चीनी नेता शी जिनपिंग के साथ डिनर में शामिल होने के लिए 40 हजार डॉलर का भुगतान किया। इतनी बड़ी कीमत टैन ने सिर्फ इसलिए चुकाई थी कि चीन 69 अरब डॉलर के सौदे को मंजूरी दे दे।

हालांकि, सैन फ्रांसिस्को में हुए डिनर के तुरंत बाद चीन ने ब्रॉडकॉम के अधिग्रहण को मंजूरी भी दे दी। लगभग उसी समय, न्यूयॉर्क स्थित मास्टरकार्ड को भी चीन में युआन-नामित कार्ड जारी करने की मंजूरी मिली, जिसके फैसले का लंबे समय से इंतजार था।

बता दें, अमेरिकी कारोबारी समूहों द्वारा आयोजित डिनर में ब्रॉडकॉम, मास्टरकार्ड और बोइंग शामिल थे। इस डिनर के बाद मास्टरकार्ड ने अपनी वर्षों से की जा रही मांग तक पहुंच बनाई। वहीं, बोइंग को चीन में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। देश ने 2017 के बाद से बोइंग से यात्री विमान नहीं खरीदे हैं। इस पर भी चर्चा हुई।

सुधार के संकेत

इन सब मंजूरियों को अमेरिका-चीन के रिश्ते में सुधार के संकेत के रूप में देखा गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रॉडकॉम ने इन घटनाक्रमों पर टिप्पणी नहीं करने का फैसला किया और मास्टरकार्ड ने कोई जवाब नहीं दिया।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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