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उत्तर प्रदेश

आचार संहिता से पहले आ सकती है यूपी भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची, जानें क्या है वजह

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First list of UP BJP candidates will come before the code of conduct

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लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 की आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले यूपी भाजपा के प्रत्याशियों की पहली सूची आ सकती है। प्रदेश भाजपा ने केंद्रीय नेतृत्व का इशारा मिलने के बाद जमीनी स्तर पर चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है।

बीते दिनों दिल्ली में आयोजित पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में यूपी भाजपा के शीर्ष नेताओं को संकेत मिला है कि आचार संहिता लागू होने से पहले प्रत्याशियों की सूची घोषित की जाएगी। इसमें यूपी के प्रमुख जिलों में दिग्गज चेहरों के नाम भी घोषित किए जाएंगे। वहीं पिछड़े और दलित समीकरण साधने के लिए दोनों वर्गों के बड़े चेहरों के टिकट का भी एलान होगा।

यह है वजह

भाजपा के एक पदाधिकारी ने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही देश में राष्ट्रवाद की बयार बहेगी, भाजपा के पक्ष में माहौल तैयार होगा। इस माहौल का फायदा उठाने के लिए पार्टी जल्द ही प्रत्याशियों की घोषणा करेगी ताकि उसी माहौल में प्रत्याशी अपना चुनाव प्रचार शुरू कर दें।

भाजपा में जा सकते हैं कुछ बसपा सांसद

बसपा के मौजूदा दस सांसदों में से कुछ सांसद भाजपा में शामिल हो सकते हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक उच्च स्तर पर बसपा के बड़े नेताओं और सांसदों को पार्टी में शामिल करने की बात चल रही है। उनकी उम्मीदवारी पर निर्णय होने के बाद उन्हें शामिल कराया जा सकता है।

30 जनवरी तक कार्यालय खोलें

भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने सभी जिलाध्यक्षों को 30 जनवरी तक प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में चुनाव कार्यालय खोलने को कहा है। चुनाव कार्यालय के लिए स्थान चयन, कार्यालय की व्यवस्था, चुनाव कार्यालय प्रभारी की तैनाती सहित अन्य कार्य किए जाएंगे। ताकि प्रत्याशी घोषित होने के बाद जमीनी तैयारियों में ज्यादा समय व्यर्थ नहीं हो।

 

उत्तर प्रदेश

राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार

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प्रयागराज। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। प्रयागराज नगरी के साथ ही जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की राजधानी रहे श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प सरकार कर रही है। श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के साथ रूरल टूरिज्म की भी संभावनाएं विकसित हो रही हैं।

मिल रहा है भव्य स्वरूप
राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण और गर्भ ग्रह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब प्रभु राम के अनन्य भक्त निषादराज की राजधानी श्रृंगवेरपुर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। यूपी की पूर्व की सरकारों में उपेक्षित रहे प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई पहचान दी है। सामाजिक समरसता के प्रतीक इस स्थान को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ अब रूरल टूरिज्म के साथ भी जोड़ कर विकसित किया जा रहा है।
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि श्रृंगवेरपुर धाम का कायाकल्प का कार्य समापन के चरण में है। इसके अंतर्गत यहां ₹3732.90 लाख की लागत से निषादराज पर्यटन पार्क स्थल का निर्माण कार्य दो फेज में किया गया है। निषादराज पार्क (फेज-1) के निर्माण हेतु ₹ 1963.01 लाख के बजट से निषादराज एवं भगवान श्रीराम मिलन की मूर्ति की स्थापना व मूर्ति के पैडेस्टल का कार्य, पोडियम का कार्य, ओवर हेड टैंक, बाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार का निर्माण, गार्ड रूम आदि कार्य कराया गया। इसी तरह श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज पार्क (फेज-2) के ₹ 1818.90 लाख के बजट से इस भगवान श्रीराम के निषादराज मिलन से सम्बन्धित गैलरी , चित्रांकन, ध्यान केन्द्र, केयर टेकर रूम, कैफेटेरिया, पॉथ-वे, पेयजल व टॉयलेट ब्लॉक, कियास्क, पार्किंग, लैंड स्केपिंग, हॉर्टिकल्चर,आउटर रोड, सोलर पैनल, मुक्ताकाशी मंच आदि कार्य कराए गए हैं। 6 हेक्टेयर में बनाए गए इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

रूरल टूरिज्म का हब बनेगी निषादराज की नगरी
धार्मिक और आध्यत्मिक पर्यटन के साथ श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़कर विकसित करने का रोड मैप तैयार किया गया है ।अपराजिता सिंह के मुताबिक रूरल टूरिज्म के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किये जाने के लिए सबसे पहले यहां ग्रामीण क्षेत्र में होम स्टे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए यहां स्थानीय लोगों को अपने यहां मड हाउस या हट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव हो सके। इन सभी स्थानों पर थीमेटिक पेंटिंग होगी, स्थानीय खानपान और स्थानीय संस्कृति को भी यहां संरक्षित किया जाएगा । पर्यटक भी यहां स्टे करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण क्राफ्ट का हिस्सा बन सके ऐसी उनकी कोशिश है।

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