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उत्तर प्रदेश

भावी पीढ़ी को भारत के गौरवशाली इतिहास से परिचित कराएगी योगी सरकार

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लखनऊ| योगी सरकार उत्तर प्रदेश की भावी पीढ़ी को भारत के गौरवशाली इतिहास से परिचित कराती रही है। 9 अगस्त 2024 से ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ की 100वीं वर्षगांठ का शुभारंभ हो रहा है। इसी क्रम में अब ”काकोरी ट्रेन एक्शन’ शताब्दी समारोह का आयोजन किया जाएगा। क्रांतिकारियों के सम्मान में संपूर्ण प्रदेश में विभिन्न गतिविधियों के साथ इसे पूरे वर्ष तक मनाया जाएगा। 9 अगस्त को लखनऊ के काकोरी व शाहजहांपुर में विशेष आयोजन होगा। इसके तहत स्कूलों, महाविद्यालय व विश्वविद्यालयों में अनेक प्रतियोगिताएं होंगी तो जिला प्रशासन की तरफ से स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों का सम्मान भी किया जाएगा। वहीं वन विभाग काकोरी के शहीदों की याद में प्रत्येक जनपद में शहीद स्मृति वाटिका तैयार करेगा। 9 अगस्त को शुभारंभ अवसर पर 100 साइकिल सवारों द्वारा शहीद स्मृति यात्रा की भी तैयारी प्रस्तावित है।

काकोरी लिटरेचर फेस्टिवल समेत अनेक साहित्यिक व सांस्कृतिक गतिविधियों का होगा आयोजन

योगी सरकार के निर्देश पर अनेक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। काकोरी लिटरेचर फेस्टिवल भी लगेगा। काकोरी के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, स्वतंत्रता आंदोलन, काकोरी ट्रेन एक्शन से जुड़ी पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इतिहासकारों, विशेषज्ञों द्वारा विद्यालयों-महाविद्यालयों में संवाद कार्यक्रम भी होंगे। काकोरी के संदर्भ में नाट्य प्रस्तुति, पुस्तकों का विमोचन, विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग द्वारा सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। पुस्तकों का डिजिटल संस्करण भी जारी किया जाएगा। काकोरी घटना से जुड़ीं कविताएं, कहानी लेखन प्रतियोगिता, विद्यालयों में ओपन माइक व क्रांतिकारियों के जीवन पर आधारित क्विज प्रतियोगिता भी होगी।

प्रत्येक जनपद में शहीद स्मृति वाटिका की जाएगी तैयार

योगी सरकार ने काकोरी ट्रेन एक्शन की 100वीं वर्षगांठ पर प्रत्येक जनपद में वन विभाग को शहीद स्मृति वाटिका तैयार कराने का निर्देश दिया है। इसके अतिरिक्त राज्य ललित कला अकादमी व शिक्षा विभाग की ओर से स्वतंत्रता संग्राम स्थलों, शहीद स्मारकों पर ऑनस्पॉट पेंटिंग व शिविर लगाए जाएंगे। विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, स्कूलों-कॉलेजों में पेंटिंग, म्यूरल व क्ले मॉडलिंग प्रतियोगिताएं होंगी। लोकनॉट्य प्रतियोगिता, शहीद स्थलों व स्मारकों से जुड़ी घटनाओं पर नाट्य प्रस्तुति, नाट्य महोत्सव आदि का भी आयोजन किया जाएगा। उत्तर प्रदेश संस्कृति निदेशालय की तरफ से सांस्कृतितक शोभायात्राएं निकाली जाएंगी तो दूसरी तरफ शहीदों की जन्मतिथि व बलिदान दिवस पर राष्ट्रभक्ति से पूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।

चौरीचौरा, बिठूर, मेरठ समेत कई जनपदों में होंगे विविध आयोजन

काकोरी ट्रेन एक्शन की 100वीं वर्षगांठ पर 9 अगस्त को लखनऊ के काकोरी, शाहजहांपुर में शताब्दी समारोह का शुभारंभ होगा। इसके साथ ही गोरखपुर के चौरीचौरा, बलिया, फिरोजाबाद, अयोध्या, मैनपुरी, वाराणसी, मेरठ, प्रयागराज, कानपुर (बिठूर), झांसी, बरेली, सहारनपुर, गोंडा में भव्य आयोजन होगा। इसके साथ ही अन्य जनपदों में इससे जुड़े आयोजन किए जाएंगे। योगी सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन की तरफ से स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित भी किया जाएगा।

संस्कृति विभाग बना नोडल, कई विभागों के समन्वय-सहयोग से होगा आयोजन

काकोरी ट्रेन एक्शन की 100वीं वर्षगांठ पर काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए संस्कृति विभाग को नोडल बनाया गया है। इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षा विभाग, गृह, वन, माध्यमिक, बेसिक, उच्च शिक्षा, पर्यटन व सूचना-जनसंपर्क विभाग के समन्वय से इस कार्यक्रम को अविस्मरणीय बनाया जाएगा। संस्कृति निदेशालय की तरफ से डाक विभाग के समन्वय से डाक आवरण जारी किया जाएगा

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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