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उत्तर प्रदेश

70 वर्ष से अधिक के वरिष्ठ नागरिकों को तेजी से उपलब्ध कराएं आयुष्मान कवर: मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की तथा इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने प्रदेश में चिकित्सा व स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किया है तथा चिकित्सा इंफ्रास्ट्रक्चर में लगातार वृद्धि हो रही है। आज उत्तर प्रदेश के 64 जनपद मेडिकल कॉलेज की सुविधा से आच्छादित हैं। असेवित जनपद शीघ्र ही मेडिकल कॉलेज से आच्छादित होंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरुप 70 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के प्रदेशवासियों को आयुष्मान कार्ड का लाभ देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। तथा इस संबंध में विभाग को सभी आवश्यक कार्य व प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये ताकि अधिक से अधिक पात्र लोगों को आयुष्मान कार्ड का लाभ मिल सके।

– मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 में डेंगू मलेरिया, इंसेफेलाइटिस, काला जार, चिकनगुनिया जैसे संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए विशेष अभियान का शुभारंभ किया था। इसके अच्छे परिणाम हम सबके सामने हैं। इन परिणामों को देख कर ही राज्य सरकार प्रतिवर्ष अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर माह में अंतरविभागीय समन्वय के माध्यम से संचारी रोग नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाती है। इसके तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को संचारी रोगों के बारे में जागरुक किया जाता है। आगामी दो माह संचारी रोगों के दृष्टिगत संवेदनशील हैं। विशेष अभियान के माध्यम से संचारी रोगों की रोकथाम के लिए लोगों को जागरुक करते हुए अंतरविभागीय समन्वय के माध्यम ये स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यों को आगे बढ़ाया जाये। जनपदों में ब्लड बैंक व ब्लड सेपरेशन यूनिट क्रियाशील रहें। 17 सितंबर से दो अक्टूबर तक चल रहे स्वच्छता पखवाड़े के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को स्वच्छता, साफ सफाई के प्रति जागरुक किया जाये।

– मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार जनपद गाजियाबाद में एम्स सैटेलाइट सेंटर स्थापित करने जा रही है। इसके लिये सभी आवश्यक प्रक्रियाओं को समय से पूर्ण किया जाए। इसी प्रकार जनपद बलरामपुर में केजीएमयू के सैटेलाइट सेंटर की निर्माण प्रक्रिया के कार्यों को भी तीव्र गति से आगे बढ़ाया जाये।

– मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक चिकित्सालयों व प्राथमिक चिकित्सालयों में साफ-सफाई व स्वच्छता की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इन सभी चिकित्सालयों में डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ व अन्य कार्मिक जवाबदेही के साथ कार्यों को क्रियान्वित करें ताकि सरकार की मंशा के अनुरुप लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो सके। डॉक्टर्स इमरजेंसी केसों को पूरी संवेदनशीलता के साथ देखें। 102 व 108 एंबुलेंस सेवा अच्छा कार्य कर रही हैं। इनके कार्यों को और बेहतर किया जाए। सभी चिकित्सालयों में सुरक्षा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित हो।

– मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग प्रिंसिपल, डॉक्टर्स व अन्य सहयोगी स्टाफ की भर्ती की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि अच्छे मानदेय व कार्य के अनुसार इंसेंटिव की सुविधा के साथ विशेषज्ञ डॉक्टर्स को जोड़ा जाए।

– मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ईज आॅफ डूइंग व ईज आॅफ डूइंग बिजनेस की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। प्राइवेट हास्पिटल्स के बेहतर कार्यों को देखते हुए उनके रजिस्ट्रेशन की समयावधि को कम से कम तीन से पांच वर्ष किया जाए।

– मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेज अपने यहां चिकित्सकीय उपकरणों-एक्स रे मशीन, अल्ट्रासाउंड मशीन, सीटी स्कैन, एमआरआई मशीन व लिफ्ट इत्यादि के अनुरक्षण कार्यों के लिए अपने यहां एक काॅर्पस फंड की व्यवस्था सुनिश्चित करें। कोरोना काल खंड में हेल्थ वॉलंटियर्स के अनुभवों का विभाग लाभ उठाये।

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उत्तर प्रदेश

सीएम योगी का निर्देश- 10 अक्टूबर से पहले सड़कों को बनाएं गड्ढामुक्त

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आगामी दिनों में शारदीय नवरात्रि, दशहरा तथा दीपावली आदि पर्व और त्योहारों के दृष्टिगत प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के लिए जारी विशेष अभियान 10 अक्टूबर तक सम्पन्न करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को विभिन्न विभागों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्व व त्योहारों पर प्रदेश में आवागमन सामान्य की अपेक्षा अधिक होता है। बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी आते हैं। हर एक आदमी के लिए सड़क पर चलना सुखद अनुभव वाला हो, यह हम सभी की साझा जिम्मेदारी है। गड्ढामुक्ति/सड़कों की मरम्मत का काम अच्छी गुणवत्ता के साथ होना चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने मंडी परिषद को निर्देश देते हुए कहा कि किसान सड़कों का सबसे बड़ा उपभोक्ता है। किसानों की सुविधा का खास ध्यान रखा जाए। एफडीआर पद्धति से सड़कें बनाई जाएं। इस पद्धति के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों, धन व समय की बचत होती है तथा कार्य की गुणवत्ता में सुधार होता है। उन्होंने कहा कि मंडी समिति के अंतर्गत आने वाली सभी सड़कों की मरम्मत एवं ड्रेनेज का कार्य निर्धारित समय में पूर्ण किया जाए। क्वालिटी का विशेष ध्यान रखा जाए। वहीं, एनएचएआई के अधिकारियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब तक हाईवे का निर्माण कार्य पूर्ण न हो जाए तब तक टोल टैक्स की वसूली न की जाए।

गड्ढा मुक्ति अभियान के लिए विभागीय कार्ययोजना से अवगत होते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सड़कों के लिए बजट का कोई अभाव नहीं है, आवश्यकता है कि सभी विभाग बेहतर नियोजन करें। उन्होंने सभी विभागों को यह निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सड़क बनाने वाली एजेंसी/ठेकेदार सड़क बनने के अगले 05 वर्ष तक उसके अनुरक्षण की जिम्मेदारी भी उठाएगा। इस बारे में नियम-शर्ते स्पष्ट रूप से उल्लिखित की जाएं। विभागीय मंत्री व अधिकारी फील्ड में रैंडम दौरा कर निर्माण परियोजनाओं की साप्ताहिक समीक्षा करें। कार्यों के प्रति जवाबदेही भी तय की जाय। मुख्यमंत्री जी ने कार्य को मैनुअल के स्थान पर मैकेनाइज़्ड किये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के पास सड़क मरम्मत के लिए पर्याप्त इक्विपमेंट होने चाहिए। सड़कों के पैच ठीक करने की कार्रवाई ऑटो मोड पर की जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सड़कों पर किए जाने वाले बेतरतीब कार्यों से दुर्घटना होने की संभावना बनती है। सड़कों पर सीवर लाइन तथा पाइपलाइन आदि डालने के बाद ठीक ढंग से मरम्मत की जानी चाहिए। सड़कों पर ऊंचे ब्रेकर से दुर्घटना होने की संभावना बनती है। अतः सड़कों पर टेबल टॉप ब्रेकर का निर्माण किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गड्ढामुक्ति और नवनिर्माण के अभियान की जियो टैगिंग कराई जाए। इसे पीएम गतिशक्ति पोर्टल से जोड़ा जाना चाहिए, साथ ही इसी तर्ज पर अपना पोर्टल भी विकसित किया जाना चाहिए ताकि कार्य की गुणवत्ता की अनवरत मॉनीटरिंग की जा सके।।एक्सप्रेसवे की मरम्मत का कार्य भी आगे बढ़ाया जाए, जिससे पर्व व त्योहारों पर लोगों का आवागमन सुगम हो सके। एमपी तथा एमएलए निधि के अंतर्गत बनी सड़कों की मरम्मत के लिए कार्य योजना तैयार करें।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गन्ना विभाग द्वारा गन्ना समिति तथा विद्यालयों के भवनों की मरम्मत की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ग्राम सचिवालयों की अवधारणा को केंद्र सरकार ने मॉडल के रूप में स्वीकार किया है। ग्राम सचिवालयों की तर्ज पर गन्ना समिति के कार्यालयों का अपग्रेडेशन किया जाए। किसानों के लिए डिस्प्ले बोर्ड पर उपयोगी सूचनाएं प्रदर्शित की जाएं तथा किसानों की क्वेरीज का समाधान किया जाए।

प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर मंडी समिति तथा औद्योगिक प्रतिष्ठानों में सीएसआर पद्धति के माध्यम से पेयजल, टॉयलेट, कैंटीन आदि सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाए। इस कार्य से महिला स्वयं समूहों को भी जोड़ा जाए। मंडियों में कैंटीन के माध्यम से किसानों के लिए कम कीमत में भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। औद्योगिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीसीटीवी, स्ट्रीट लाइट तथा साफ सफाई आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी जनपदों के नगर पंचायत,नगर निगम तथा नगर पालिका परिषदों में प्राइम लोकेशनों पर स्मार्ट रोड की अवधारणा को आगे बढ़ाया जाए। स्मार्ट रोड पर एक जैसी फसाड लाइट लगाई जाएं। नगर विकास विभाग भी शहरों की फसाड लाइटिंग में समरूपता प्रदर्शित करे। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में शहरीकरण का निरंतर विस्तार हो रहा है । अवैध कालोनियों को किसी भी दशा में विकसित न होने दिया जाए। सड़क, बिजली पानी आदि बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता के बाद ही नवीन कालोनियों का हैंडोवर कराया जाए।

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