नई दिल्ली। बीते दिन अहमदाबाद में हुआ दर्दनाक विमान हादसा पूरे देश को झकझोर गया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 (बोइंग 787, VT-ANB) के क्रैश में अब तक 241 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। हादसा 12 जून की दोपहर लगभग 1:38 बजे हुआ, जब विमान ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरी और मात्र 5 से 9 मिनट के भीतर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
क्या थी दुर्घटना की असली वजह?
शुरुआत में इंजन फेल होना इस दुर्घटना का मुख्य कारण माना जा रहा था, लेकिन अब जांच में एक नई आशंका सामने आ रही है — कॉन्फिगरेशन एरर। यह एक ऐसी तकनीकी या ऑपरेशनल चूक होती है, जो टेकऑफ के दौरान किसी गलती के कारण होती है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि यही इस भीषण हादसे की सबसे बड़ी वजह बन सकती है।
कॉन्फिगरेशन एरर क्या होता है?
टेकऑफ विमान उड़ान का सबसे संवेदनशील चरण होता है। इस दौरान फ्लैप्स की सही स्थिति, पर्याप्त थ्रस्ट, तय समय पर रोटेशन और लैंडिंग गियर का समय पर ऊपर उठना बेहद जरूरी होता है। यदि इनमें से कोई एक भी प्रक्रिया सही तरीके से न हो, तो विमान की रफ्तार और उठान प्रभावित होती है — इसे ही कॉन्फिगरेशन एरर कहा जाता है।
हादसे के समय क्या गड़बड़ी हुई?
रिपोर्ट्स के अनुसार, टेकऑफ के कुछ मिनट बाद भी विमान मात्र 825 फीट की ऊंचाई पर था, जबकि उसकी रफ्तार केवल 174 नॉट (लगभग 320 किमी/घंटा) थी। गौरतलब है कि बोइंग 787 को सुरक्षित टेकऑफ के लिए कम से कम 200-250 नॉट की स्पीड की जरूरत होती है।
हादसे के एक वीडियो में साफ देखा गया कि विमान के लैंडिंग गियर नीचे की ओर थे, जबकि टेकऑफ के तुरंत बाद इन्हें ऊपर कर लेना चाहिए था। इससे यह अंदेशा और गहरा होता जा रहा है कि पायलट से ऑपरेशनल सेटिंग्स में गंभीर चूक हुई है।
GE GEnx इंजन: भरोसे का प्रतीक
गौर करने वाली बात यह है कि इस विमान में GE GEnx इंजन लगा था, जिसे दुनिया के सबसे विश्वसनीय इंजन में गिना जाता है। दोनों इंजन का एक साथ फेल होना अत्यंत दुर्लभ होता है। ऐसे में पायलट की लापरवाही और कॉन्फिगरेशन एरर को प्राथमिक वजह माना जा रहा है।
अब आगे क्या?
विमान हादसे की जांच DGCA और एयरक्राफ्ट एक्सपर्ट्स की स्पेशल टीम कर रही है। ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की रिपोर्ट से यह स्पष्ट होगा कि हादसे की असल वजह क्या थी। लेकिन शुरुआती संकेत कॉन्फिगरेशन एरर और ऑपरेशनल मिसमैनेजमेंट की ओर ही इशारा कर रहे हैं।