नई दिल्ली। तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्ज़े के बाद अब उनकी तानाशाही लगातार देखने को मिल रही है। अफगानी जनता को जिन चीज़ों का डर सता रहा था, वो सब सच होते दिख रहे हैं। महिलाओं को ले कर दो तरफ़ा बातें करने वाला तालिबान अपनी दकियानूसी सोच पर वापस उतर आया है।
एक तरफ जहां वो महिलाओं को पढ़ने और नौकरी करने की आज़ादी देने की बातें करता हैं, वही दूसरी ओर काम पर पहुंची महिलाओं के दफ्तरों मे आने पर रोक लगा रहा है।
रूस की एक रिपोर्ट के मुताबिक महिला मामलों के मंत्रालय में काम करने वाली 4 महिला कर्मचारियों को ही दफ्तर में आने से रोक दिया गया। इस घटना की जानकारी महिला कर्मचारी ने ही मीडिया को दी।
आपको बता दें कि काम पर जाने से रोकने पर महिलाओं का गुस्सा फुट पड़ा और उन्होंने महिला मामलों के मंत्रालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर दिया। अब देखना होगा कि तालिबान अपनी ज़ुबान पर खरा उतरता है या यूँ ही महिलाओं पर अत्याचार कायम रहेंगे।