नई दिल्ली। महिलाओं के लिए यह बेहद जरूरी है कि 50 की उम्र के बाद जब शरीर में बीमारी के कोई लक्षण दिखाई दें तो, इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें और अपने डॉक्टर से बात करें। बीमारी के गंभीर होने से पहले अगर इसका पता चल जाए, तो समय रहते इसका इलाज करवा सकते हैं। 50 की उम्र के बाद किसी भी बदलाव को हल्के में न लें।
जानें ऐसे लक्षणों और संकेतों के बारे में जिन्हें 50 की उम्र के बाद नज़रअंदाज़ बिल्कुल न करें-
सांस लेने में दिक्कत
सांस लेने में असामान्य दिक्कत धमनियों में रुकावट होने का परिणाम हो सकती है। धमनी में रुकावट से दिल का दौरा पड़ सकता है। सिर्फ सीने में दर्द ही हार्ट अटैक का संकेत नहीं होता। चक्कर आना, सीने में जकड़न और सांस लेने में दिक्कत भी लक्षण हो सकते हैं।
कब्ज़ की परेशानी
अगर आप अक्सर कब्ज़ से जूझते हैं, तो इससे टिशूज़ पर ज़ोर पड़ सकता है, जिससे बवासीर की समस्या हो सकती है। हालांकि, कभी-कभी कब्ज़ होना आम बात है।
स्तनों में सूजन
यह ब्रेस्ट कैंसर का सबसे आम संकेत होता है और इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए। स्तन में गांठ या फिर त्वचा का रंग फीका पड़ जाना भी स्तन कैंसर का संकेत हो सकता है। अगर आपको लगता है कि आपके स्तन पहले के मुकाबले सूज गए हैं, तो फौरन टेस्ट करवाएं।
वजाइनल ब्लीडिंग
मेनोपॉज़ के बाद वजाइनल ब्लीडिंग चिंता की बात हो सकती है। हालांकि, यौन संबंध के बाद ब्लीडिंग होना गंभीर स्थिति नहीं है। अगर यह दिक्कत लंबे समय तक रहती है, तो इसे इग्नोर न करें।
डिस्क्लेमर: उक्त सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।