नई दिल्ली। देश के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना के कार्यकाल के आज आखिरी दिन उनकी विदाई पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर कई जज और वकील उन्हें विदा करते हुए भावुक नजर आए। सीनियर एडवोकेट दुष्यंत दवे इस दौरान बेहद भावुक हो गए और उनकी आंखों में आंसू आ गए।
उन्होंने कहा कि चीफ जस्टिस एनवी रमना ने अपने काम को पूरी दृढता और इच्छाशक्ति के साथ अंजाम दिया। उन्हें नागरिकों के जज के तौर पर याद किया जाएगा। चीफ जस्टिस के लास्ट वर्किंग डे पर उनके मामलों की सुनवाई की लाइव स्ट्रीमिंग भी की गई। उन्होंने सुबह 10:30 बजे नए चीफ जस्टिस बनने वाले यूयू ललित और जस्टिस हिमा कोहली के साथ बेंच शेयर की और एक मामले की सुनवाई की।
एनवी रमना ने अपने एक साल 4 महीने के कार्यकाल में जजों की वैकेंसी को भरने का काम किया। उनके दौर में जिला अदालतों और हाई कोर्ट्स में जजों की संख्या में इजाफा किया। उन्होंने जज-टू-पॉपुलेशन रेश्यो की बात करते हुए कहा कि इसी तरीके से केस लोड को कम किया जा सकता है।
अपने कार्यकाल के दौरान रमना ने 225 न्यायिक अफसरों और हाई कोर्ट के जजों की नियुक्ति की सिफारिश की। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट में 11 जजों की नियुक्ति की गई, जिनमें महिला जज बीवी नागरत्ना भी शामिल हैं। कहा जा रहा है कि वह 2027 में देश की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश होंगी।
एनवी रमना के कार्यकाल में 15 हाई कोर्ट्स के चीफ जस्टिस भी नियुक्त हुए हैं। पिछले दिनों उन्होंने मुकदमों की मीडिया रिपोर्टिंग पर सवाल उठाते हुए कहा था कि कई बार संदर्भ से हटकर खबरें दी जाती हैं। उनके एक बयान की काफी चर्चा हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं नेता बनना चाहता था, लेकिन न्यायिक क्षेत्र में आ गया।