देहरादून। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। हर्षिल क्षेत्र के धराली गांव में अचानक बादल फटने से भारी तबाही मच गई। इस आपदा में अब तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि करीब 12 लोग मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा 60 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं और 100 से अधिक लोग फंसे हुए हैं। इस हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें महज 20 सेकंड में इलाके को तबाह होते देखा जा सकता है। वीडियो में लोगों की चीख-पुकार और अफरातफरी साफ सुनाई देती है।
राहत-बचाव कार्य जारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए सेना की टीम मात्र 10 मिनट में मौके पर पहुंच गई और तत्काल बचाव कार्य शुरू कर दिया। लगभग 150 सैनिक राहत अभियान में जुटे हुए हैं। NDRF और SDRF की टीमें, साथ ही डॉक्टरों और एंबुलेंस की मदद से फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश जारी है। बादल फटने से खीरगाढ़ नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा और मलबा बहते हुए धराली कस्बे में घुस गया, जिससे कई घर, होटल और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गए।
हादसे के बाद राज्य सरकार ने तुरंत आपात बैठक बुलाई, जिसकी अध्यक्षता गढ़वाल कमिश्नर कर रहे हैं। इस बैठक में राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा हो रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कर घटना की जानकारी ली और तुरंत ITBP की 3 टीमों और NDRF की 4 टीमों को रवाना करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री धामी ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि प्रभावित इलाकों में प्रशासन, सेना, NDRF और SDRF की टीमें लगातार राहत कार्य में लगी हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है। उन्होंने अपनी यात्रा रद्द कर तत्काल देहरादून लौटने का निर्णय लिया।
प्रशासन की चेतावनी
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि घटनास्थल पर कई होटल और रेस्टोरेंट भी थे, जहां कुछ पर्यटक फंसे हो सकते हैं। पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग ने स्थानीय लोगों से नदी किनारे न जाने की अपील की है और अपने परिवार, बच्चों और मवेशियों को सुरक्षित दूरी पर रखने को कहा है।