नई दिल्ली। गोवा के ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइट क्लब में शनिवार देर रात लगी भीषण आग के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। नॉर्थ गोवा पुलिस ने क्लब के चार कर्मियों को गिरफ्तार किया है और क्लब मालिक सौरभ और गौरव लोत्रा के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। गिरफ्तार कर्मचारियों में चीफ जनरल मैनेजर राजीव मोदक, जनरल मैनेजर विवेक सिंह, बार मैनेजर राजवीर सिंघानिया और गेट मैनेजर प्रियांशु ठाकुर शामिल हैं।
आधी रात को फैली आग, 25 लोगों की दर्दनाक मौत
यह हादसा नॉर्थ गोवा के अरपोरा गांव में शनिवार रात करीब 12 बजे हुआ। शुरुआती जांच में माना जा रहा है कि एक तेज विस्फोट के बाद आग तेजी से फैली, जिससे अधिकांश लोगों की मौत धुएं में दम घुटने से हुई। कई लोग क्लब के ग्राउंड फ्लोर और किचन एरिया में फंस गए और बाहर नहीं निकल सके। नाइट क्लब संकरी गली में स्थित था, जिसके कारण फायर ब्रिगेड की गाड़ियां अंदर तक नहीं पहुंच पाईं। पानी के टैंकरों को करीब 400 मीटर दूर रुकना पड़ा, जिससे आग बुझाने में देरी हुई और जनहानि बढ़ गई।
हादसे में 25 लोगों की मौत हुई है—20 क्लब कर्मचारी और 5 पर्यटक। मृतकों में उत्तराखंड के 5, नेपाल के 4, झारखंड और असम के 3-3, महाराष्ट्र और यूपी के 2-2, पश्चिम बंगाल के 1, दिल्ली के 4 और कर्नाटक का 1 पर्यटक शामिल है।
सरकार की राहत घोषणा
सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। छह लोग घायल हुए हैं, जिनमें से पांच का इलाज चल रहा है और कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है।
फायर सेफ्टी में लापरवाही, 3 अधिकारी निलंबित
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि नाइट क्लब में फायर सेफ्टी नियमों का पालन नहीं किया गया था, जिसके कारण यह त्रासदी हुई। सरकार ने 2023 में अनुमति देने वाले तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, एक 3 सदस्यीय जांच समिति बनाई गई है, जो एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी।