उत्तराखंड में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के कारण पहाड़ी राज्य में अफरा-तफरी और तबाही मच गई है। सड़कों और इमारतों में पानी भर गया है, पुल नष्ट हो गए हैं और जलस्रोतों में बाढ़ आ गई है, जिससे स्थानीय लोग और पर्यटक कुछ दूरस्थ और खतरनाक स्थानों में फंसे हुए हैं।
बता दें कि भूस्खलन के बाद एक घर गिर गया था। मलबे में दबे नेपाल के मजदूर और चंपावत जिले के लोगों सहित 16 लोगों के मारे जाने की खबर है। हताहतों की संख्या ने अधिकारियों को उन लोगों के जीवन के लिए डरा दिया है जो मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं।
घर गिरने से हुई 16 की मौत
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह को स्थिति से अवगत करा दिया गया है। मकान, पुल आदि क्षतिग्रस्त हो गए हैं और अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। बचाव कार्यों के लिए तीन (सेना) हेलीकॉप्टर तैनात किए जाएंगे।’
अफरा-तफरी के बीच नैनीताल झील उफान पर है। चलथी नदी पर बना एक निर्माणाधीन पुल पानी के स्तर में वृद्धि के कारण बह गया है, और यात्रियों के साथ एक कार उफनती धारा के बीच दो पत्थरों के बीच फंस गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोमवार को राज्य में भारी से बहुत भारी बारिश के पूर्वानुमान के साथ उत्तराखंड के लिए रेड अलर्ट जारी किया है । आने वाले समय में कुछ राहत मिलने के साथ ही मौसम विभाग ने कहा,’आज से उत्तराखंड में बारिश की गतिविधि में उल्लेखनीय कमी हो सकती है।’