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क्या बर्ड फ्लू के दौरान अंडे, चिकन खा सकते हैं, जानें यहां

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नई दिल्ली। देश भर में बर्ड फ्लू लगातार अपने पैर पसार रहा है। अब तक आठ राज्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में लोगों के मन में एक सवाल आ रहा है कि वो कैसे इससे बचाव कर सकते हैं और क्या इस दौरान वो चिकन और अंडा खा सकते हैं। हम आपको इस रिपोर्ट में बताने वाले हैं कि आप क्या सावधानियां अपनाकर बर्ड फ्लू से बच सकते हैं और चिकन-अंडे खाना कितना सुरक्षित है।

बर्ड फ्लू से सुरक्षा के लिए बरतें ये सावधानियां

मरे हुए पक्षी को न छुएं
घर में पालतू पक्षियों को न रखें। अगर आपने पशु-पक्षी पाल रखे हैं तो कुछ दिन उन्हें बाहर न निकलने दें और न ही बाहर से लाकर कुछ खिलाएं।
खुले बाजार या छोटी जगहों से मांस बिल्कुल न खरीदें।
हाथों को लगातार धोएं और सैनेटाइज करते रहें।
पक्षियों के संपर्क में आने से बचें।
बर्ड फ्लू वायरस का प्रभाव दिखने पर 48 घंटे के अंदर डॉक्टर से सलाह लें।

क्या बर्ड फ्लू के दौरान अंडे, चिकन या अन्य पोल्ट्री उत्पादों खा सकते हैं?

बर्ड फ्लू के दौरान अंडे या चिकन या पोल्ट्री उत्पाद खा सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको सावधानी बरतनी होगी। केंद्र या राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय या डब्ल्यूएचओ जैसी किसी एजेंसी ने अंडे या मांस न खाने को लेकर एडवाइजरी नहीं जारी की है। एक्सपर्ट बताते हैं कि आपको इन्हें ठीक ढंग से धोकर, उबालकर और कम से कम 70 डिग्री सेल्सियस पर पकाकर ही खाना चाहिए। बाजार की जगह घर में ही इन उत्पादों को बेहतर तरीके से पकाकर खाने से आपका भी भरोसा बढ़ेगा।

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बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

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चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

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