प्रादेशिक
कोविड नेगेटिव होते ही DRDO अस्पताल पहुंचे सीएम योगी, 2 दिन के अंदर चालू करने को कहा
लखनऊ। अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आज कोविड निगेटिव होने के पश्चात जनपद लखनऊ में बन रहे डीआरडीओ के कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री द्वारा डीआरडीओ के कोविड अस्पतालों को 02 दिन के अन्दर चालू करने के लिए कहा गया है। डीआरडीओ के कोविड अस्पताल में 500 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है जिसमें 300 आईसीयू के बेड हैं। उन्होंने बताया कि कोविड के विरूद्ध लड़ने के लिए टीम-11 का पुनर्गठन करते हुए टीम-09 में गठन किया गया है। 09 वरिष्ठ अधिकारियों की यह टीम राज्य स्तर पर कोविड प्रबंधन से जुड़े कार्यों को देखेगी। नीतिगत निर्णय लेगी और उसे लागू करा सकेगी। टीम-11 की तरह ही यह टीम-09 सीधे मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करेगी। आपदा की इस घड़ी में हम सभी जनहित में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना सुनिश्चित करेंगे।
सहगल ने बताया कि नवगठित टीम 09 में टीम-1 के अध्यक्ष श्री सुरेश कुमार खन्ना, मा0 चिकित्सा मंत्री की टीम द्वारा सरकारी व निजी चिकित्सालयों में आई0सी0यू0 व ऑक्सीजन युक्त बेड्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी, सभी चिकित्सालयों में मैनपावर की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी, प्रदेश में चल रहे टीकाकरण अभियान को सुचारू रूप से सम्पन्न कराना तथा आवश्यक संख्या में टीकों की आपूर्ति की व्यवस्था करना, भारत सरकार के चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से समन्वय करना, प्रदेश में कोरोना वायरस के सम्भावित एवं संक्रमित व्यक्तियों का प्रभावी इलाज एवं देखभाव, प्रदेश में कोविड 19 से सम्बंधित चिकित्सीय व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना जिनमें चिकित्सालयों में आइसोलेशन वार्ड, इवाइयां एवं मास्क आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु, प्रदेश में मेडिकल काॅलेज, जिला अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करना है।
टीम-1 में श्री संदीप सिंह मा0 चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री जी, अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा सदस्य हैंे। टीम-2 के अध्यक्ष श्री जय प्रताप सिंह मा0 चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जी की टीम द्वारा प्रदेश में एम्बुलेंस की सेवाओं को सुचारू रूप से सुनिश्चित कराना, प्रदेश स्तर पर एवं सभी जनपदों में इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एवं कन्ट्रोल रूम की व्यवस्था की नियमित रूप से समीक्षा करते हुए यह सुनिश्चित करना कि प्रत्येक व्यक्ति की जिज्ञासा व अनुरोध सही अधिकारी व विभाग तक अवश्य पहुंच जाए, सभी आवश्यक दवाइयों के अतिरिक्त त्मउकमेपअपत – ज्वबपसप्रनउंइ की समुचित आपूर्ति सुनिश्चित कराना, होम क्वारेंटाइन की सुचारू व्यवस्था तथा मेडिकल किट उपलब्ध कराना और इसकी नियमित समीक्षा करना टीम-2 में श्री अतुल गर्ग, मा0 चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री जी, अपर मुख्य सचिव/चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, राहत आयुक्त सदस्य हैं, टीम-3 के अध्यक्ष मुख्य सचिव की टीम द्वारा भारत सरकार एवं अन्य राज्य सरकारों से महत्वपूर्ण मुद्दों पर समन्वय स्थापित करना, भारत सरकार को प्रदेश सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से अवगत कराना, भारत सरकार के सभी पत्रों का तत्काल व यथा सम्भव उसी दिन उत्तर भेजना सुनिश्चित कराना, अन्तर्विभागीय समन्वय सुनिश्चित करना, टीम-3 में अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव, गृह/चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण/चिकित्सा शिक्षा सदस्य हैं।
टीम-4 के अध्यक्ष अवस्थापना एवं औद्योगित विकास आयुक्त प्रदेश की औद्योगिक इकाईयों का सभी दिन व व्यावसायिक इकाइयों का बन्दी के दिनों को छोड़कर संचालन सुनिश्चित करना, सभी इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना सुनिश्चित करना, सभी औद्योगिक व व्यावसायिक इकाइयों में काम करने वाले कार्मिकों (नियमित/दैनिक वेतन/संविदा पर) की समस्याओं का शासन, जिला प्रशासन व इकाई स्तर पर आवश्यक निराकरण सुनिश्चित कराना है। टीम-4 में अपर मुख्य सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास/सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग/श्रम एवं सेवायोजन सदस्य हैं।
टीम-5 के अध्यक्ष कृषि उत्पादन आयुक्त गेहूं क्रय की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित कराना तथा किसानों को गेहूं के मूल्य का समय से भुगतान सुनिश्चित कराना, किसानों को समय से खाद, बीज आदि सभी आवश्यक इनपुट्स की व्यवस्था सुनिश्चित कराना, गो आश्रय स्थलों में भूसे, चारे आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराना आदि, समिति यह भी सुनिश्चित करेगी कि सभी आवश्यक सामग्रियां जनमानस को उचित मूल्य पर ही मिलें तथा बढ़ा-चढ़ाकर मूल्य लिये जाने की सूचनाएं प्राप्त न हो। टीम-5 में अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव, कृषि/कृषि विपणन/उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण/चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास/परिवहन/खाद्य एवं नागरिक आपूति/दुग्ध विकास एवं पशुधन/निदेशक, मण्डी सदस्य हैं। टीम-6 के अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव, गृह प्रदेश में आॅक्सीजन की समुचित व समय से व्यवस्था सुनिश्चित कराना तथा इस हेतु भारत सरकार अन्य प्रदेशों तथा आपूर्तिकर्ताओं एवं ट्रांस्पोर्टरों से समन्वय स्थापित करना है। टीम-6 के प्रमुख सचिव, खाद्य एवं औषधि सुरक्षा प्रशासन/परिवहन/अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था/पी0ए0सी0) सदस्य हैं।
टीम-7 के अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव, राजस्व प्रवासी कामगारों के प्रदेश में आने पर रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों तथा सभी जिलों में उनकी जांच तथा जिनके लिए आवश्यक हो क्वारेंन्टाइन की व्यवस्था सुनिश्चित करना है। टीम-7 के राहत आयुक्त/सचिव, गृह सदस्य हैं। टीम-8 के अध्यक्ष पुलिस महानिदेशक कन्टेनमेंट जोन में प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित कराना तथा पूरे प्रदेश में मास्क की अनिवार्यता को सुनिश्चित कराना, साप्ताहिक बन्दी के आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराना, सभी जेलों में साफ-सफाई सुनिश्चित करना तथा उन्हें सेनिटाइज करना, टेªेनिंग सेन्टर, पी0एस0सी0 बटालियन को सेनीटाइज करना एवं इसमें तैनात फोर्स को रिजर्व के रूप में तैयार करना जिससे आवश्यकता पड़ने पर उन्हें फील्ड में तैनात किया जा सके, सभी पुलिस लाइनों में कोविड केयर सेन्टर स्थापित कराकर उन्हें नियमित रूप से संचालित करना।
टीम-8 के पुलिस महानिदेशक, कारागार/टेªनिंग एवं अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था/पी0ए0सी0) सदस्य हैं। इसी प्रकार टीम-9 के अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव, ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज प्रदेश के सभी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करना एवं उसकी नियमित रूप से समीक्षा करना, प्रदेश के सभी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी समितियों को सक्रिय रखना व उनकी नियमित समीक्षा करना, पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था को नियमित रूप से लागू कराना, सम्पूर्ण प्रदेश में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराना। टीम-9 के अपर मुख्य सचिव, नगर विकास, प्रबंध निदेशक, उ0प्र0 जल निगम, निदेशक पंचायती राज सदस्य हैं।
इसके अतिरिक्त, अपर मुख्य सचिव सूचना टीम-09 के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जनहित में व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराएंगे।
सहगल ने बताया कि कोविड संक्रमण के दृष्टिगत प्रदेश में कक्षा एक से 12वीं तक के सभी विद्यालयों में 10 मई तक अवकाश रखा गया है। जिसमें कोचिंग संस्थाएं भी बंद रहेंगी तथा ऑनलाइन कक्षाएं भी स्थगित रखी गयी है। उन्होंने बताया कि आज शुक्रवार रात्रि 08 बजे से मंगलवार प्रातः 07 बजे तक तक के साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू को प्रभावी ढंग से लागू किया जायेगा। इस अवधि में औद्योगिक गतिविधियां यथावत संचालित होती रहें। टीकाकरण के लिए आवागमन करने वालों को भी छूट दी जाएगी। इसके अलावा केवल आवश्यक सेवाएं जारी रहेगी।
सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशानुसार प्रदेश सरकार द्वारा कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने की सभी व्यवस्थाए की जा रही हैं। प्रदेश में कोविड प्रबंधन को पूरी प्रतिबद्धता के साथ लागू कर इस महामारी को रोकने की कार्यवाही की जा रही है, जिससे संक्रमण के अन्य अधिक जनसंख्या वाले प्रदेशों से उ0प्र0 में कम हैं। प्रदेश में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए एग्रेसिव टेस्टिंग, एग्रेसिव सर्विलांस तथा एग्रेसिव वैक्सीनेशन किया जा रहा है जिसके तहत एक दिन में 02 लाख 44 हजार से अधिक टेस्ट प्रदेश में किये गये हैं। उन्होंने बताया कि 02 लाख 44 हजार से अधिक टेस्ट में 01 लाख से अधिक टेस्ट सिर्फ आरटीपीसीआर के माध्यम से किये गये हैं तथा 22 हजार से अधिक टेस्ट प्राइवेट प्रयोगशालाओं के माध्यम से किये गये हैं।
सहगल ने बताया कि पूरे प्रदेश में समय से आॅक्सीजन की सप्लाई की माॅनीटरिंग टीम-09 के माध्यम से की जा रही है। कल पूरे प्रदेश में 620 मी0टन आॅक्सीजन की सप्लाई की गयी। इण्डियन आॅयल द्वारा 40 मी0टन के दो बड़े टैंकर उपलब्ध कराये गये हैं। उन्होंने बताया कि उद्योगों में 75,650 कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किये गये हैं। इन कोविड हेल्प डेस्क के माध्यम से औद्योगिक संस्थानों में आने वाले कर्मचारियों कोविड के दृष्टिगत उनके शरीर का तापमान तथा सेनिेटाइजेशन किया जा रहा है। कोविड हेल्प डेस्क के माध्यम से कर्मचारियों को कोविड के बारे में जागरूक भी किया जा रहा है।
सहगल ने बताया कि आज मुख्यमंत्री जी गन्ना किसानों वर्चुअली संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री जी गन्ना किसानों से उनका हाल-चाल लेते हुए कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में सहयोग करने की अपेक्षा भी करेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले साल गन्ना किसानों का शत-प्रतिशत भुगतान किया गया है। विगत 04 वर्षों में 01 लाख 33 हजार करोड़ का भुंगतान गन्ना किसानों को किया गया है। तथा वर्तमान में गन्ना मिलों में 60 प्रतिशत तक का भुगतान कर दिया गया है।
सहगल ने लोगों से अपील है कि मास्क का प्रयोग करे, सैनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे तथा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने लोगों से किसी प्रकार की अफवाह में न आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी भी खबर पर बिना किसी सही सत्यापन के बिना विश्वास न करें।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग कार्य करते हुए, टेस्टिंग क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,44,148 सैम्पल की जांच की गयी, जिसमें से 1,08,037 से अधिक आरटीपीसीआर में माध्यम से जांच की गई तथा 22,000 से अधिक निजी प्रयोगशालाओं में जांच की गई।
प्रदेश में अब तक कुल 4,07,98,042 सैम्पल की जांच की गयी है। विभिन्न जनपदों द्वारा गत दिवस 1,15,142 सैम्पल आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 34,626 नये मामले आये हैं तथा 32,494 मरीज संक्रमणमुक्त हुए हैं। इस प्रकार अब तक कुल 9,28,971 से अधिक लोग कोविड संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। प्रदेश में कुल कोरोना के एक्टिव मामलों में से 2,43,730 व्यक्ति होम आइसोलेशन में हैं तथा 8,145 निजी चिकित्सालयों में एवं शेष सरकारी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।
प्रसाद ने बताया कि सर्विलांस की कार्यवाही निरन्तर चल रही है। प्रदेश में अब तक सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,44,000 क्षेत्रों में 5,81,364 टीम दिवस के माध्यम से 3,38,02,522 घरों के 16,31,25,407 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक आयु वालों का कोविड वैक्सीनेशन किया जा रहा है। अब तक 1,01,49,009 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई तथा पहली डोज वाले लोगों में से 22,33,929 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई। इस प्रकार कुल 1,23,82,938 वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 01 मई, 2021 से प्रथम चरण में 09 हजार से अधिक कोविड एक्टिव वाले जनपदों में 18 से 44 वर्ष वाले लोगों का वैक्सीनेशन का कार्य किया जायेगा। इन जनपदों में लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ तथा बरेली है।
उन्होंने बताया कि निजी अस्पतालों में कोविड मरीज के भर्ती होने के लिए कोविड बेड उपलब्ध होने की स्थिति में मुख्य चिकित्साधिकारी के पत्र की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए सरकार द्वारा विस्तृत शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। उन्होंने लोगों से किसी प्रकार के अफवाह में न आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जनपदों में स्थापित इन्ट्रीगे्रटेड कन्ट्रोल कमाण्ड सेन्टर के माध्यम से कोविड मरीजों की कोविड से सम्बंधित मेडिसीन, बेड, आॅक्सीजन और अस्पताल आदि की जानकारी ली जा रही है। इन्ट्रीगे्रटेड कन्ट्रोल कमाण्ड सेन्टर के माध्यम से कोविड मरीजों की समस्याओं का समाधान करते हुए उन्हें मेडिसीन तथा अस्पतालों में भर्ती कराने हेतु एम्बुलेंस की व्यवस्था की जा रही है।
प्रसाद ने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को दवाइयों का पैकेट उपलब्धत कराया जा रहा है। दवाइयों का पैकेट उपलब्ध न होने पर होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीज कोविड कमाण्ड सेण्टर में फोन करके अपनी दवाइयों का पैकेट मंगा सकते हैं। जो लोग होम आइसोलेशन में हैं अगर वे डाक्टर की सलाह लेना चाहते हैं तो, वे 18001805146, 18001805145 इस हेल्पलाइन पर सम्पर्क कर सकते हैं।
प्रसाद ने लोगों से अपील है कि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करे, सैनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। लोगों के प्रयासों एवं जागरूकता से संक्रमण दर में कमी आयी है। उन्होंने बताया कि संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अवश्य करें।
IANS News
सोलर पैनल से सशक्त हो रहे यूपी के किसान, यूपी बना ऊर्जा का मजबूत केंद्र- सीएम योगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में आयोजित “पार्टनरशिप कॉन्क्लेव” में प्रदेश के सतत विकास और कृषि क्षेत्र में सुधार की दिशा में प्रौद्योगिकी, सरकारी योजनाओं और निजी क्षेत्र की भागीदारी को आवश्यक बताया। वर्ल्ड बैंक और गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
सीएम योगी ने प्रदेश की चुनौतियों और उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में किसानों और कृषि क्षेत्र को नई तकनीकों और संसाधनों से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने राज्य सरकार की उन उपलब्धियों को साझा किया जिनसे पिछले कुछ वर्षों में बड़े बदलाव आए हैं। सीएम योगी ने कहा कि सोलर पैनल से आज प्रदेश के किसान सशक्त हो रहे हैं, प्रदेश ऊर्जा का मजबूत केंद्र बनकर उभरा है।
इंसेफेलाइटिस से मुक्ति एक प्रेरणादायक सफलता है- सीएम
सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश में कभी “मौत का कारण” मानी जाने वाली इंसेफेलाइटिस बीमारी के उन्मूलन को प्रदेश की एक बड़ी सफलता बताते हुए कहा कि 2017 से पहले हर साल इस बीमारी से 1500 से 2000 बच्चों की मौत होती थी, लेकिन राज्य सरकार ने WHO, गेट्स फाउंडेशन, यूनिसेफ और अन्य संस्थाओं के सहयोग से मात्र तीन वर्षों में इस समस्या को पूरी तरह समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि यह शासन, तकनीक और जनसहभागिता का परिणाम है कि आज यूपी में इंसेफेलाइटिस से कोई मौत नहीं होती।
कृषि क्षेत्र में प्रौद्योगिकी और नवाचार की आवश्यकता- सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पास देश की सबसे उपजाऊ भूमि और जल संसाधन हैं, जो कृषि क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में वर्तमान में 89 कृषि विज्ञान केंद्र और 6 कृषि विश्वविद्यालय कार्यरत हैं, जो किसानों को प्रोत्साहित करने और उन्हें नई तकनीकों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक लगभग 1 लाख किसानों को सोलर पैनल उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे सिंचाई और बिजली की समस्याओं को हल करने में मदद मिली है। राज्य सरकार ने किसानों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
टेक्नोलॉजी से किसान को जोड़ने पर सीएम योगी का जोर
सीएम योगी ने कहा कि जब तक किसान नई तकनीकों को अपनाएंगे नहीं, तब तक कृषि क्षेत्र में अपेक्षित वृद्धि नहीं होगी। टेक्नोलॉजी को किसानों तक पहुंचाने के लिए जागरूकता अभियान और एक्सटेंशन प्रोग्राम जरूरी हैं। कृषि विज्ञान केंद्रों और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से किसानों को प्रायोगिक रूप से दिखाया जाए कि नई तकनीकों से खेती में कैसे बदलाव लाया जा सकता है।
सरकारी योजनाओं के साथ-साथ निजी क्षेत्र की भागीदारी भी जरूरी- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकारी योजनाओं के साथ-साथ निजी क्षेत्र की भागीदारी भी जरूरी है। साझेदारी से ही कृषि उत्पादकता को 3-4 गुना तक बढ़ाया जा सकता है। निजी क्षेत्र को इस दिशा में प्रोत्साहित किया जा रहा है कि वे राज्य के विकास में अपना योगदान दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को समय पर गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराना, जल संसाधनों का सही उपयोग करना और कृषि से जुड़े स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सही योजनाओं और उनके प्रभावी क्रियान्वयन से कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन लाया जा सकता है।
साझा दृष्टिकोण से सतत विकास के मिलेगी गति- योगी
मुख्यमंत्री ने गेट्स फाउंडेशन, वर्ल्ड बैंक और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में उनके अनुभव और सहयोग से बदलाव की गति तेज हुई है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह साझेदारी विकास का आधार है और इससे उत्तर प्रदेश के किसानों और जनता को बेहतर भविष्य मिल सकेगा। पार्टनरशिप कॉन्क्लेव के माध्यम से मुख्यमंत्री ने कृषि और अन्य क्षेत्रों में तकनीक, जागरूकता और नवाचार को बढ़ावा देने की अपील की।
कॉन्क्लेव में कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, अनिल राजभर, राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह, मुख्य सचिव मनोज सिंह समेत संबंधित विभागों के अधिकारी और गणमान्य मौजूद रहे।
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