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प्रादेशिक

दिल्लीः जितेंद्र गोगी गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 18 जिंदा कारतूस बरामद

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नई दिल्ली। दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में 24 सितंबर को हुई गोलीबारी में मारे गए जितेंद्र गोगी गिरोह के चार सदस्यों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है और उनके पास से तीन अत्याधुनिक पिस्तौल और 18 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में दो पैरोल जंपर हरियाणा के रोहतक निवासी सुमित (25) उर्फ सेठी और दिल्ली के बरवाला के कुणाल उर्फ राहुल शामिल हैं।

अन्य हरियाणा के सोनीपत के मूल निवासी सूरज कुमार और दिल्ली के बापरोला के करण उर्फ हंस हैं। पुलिस के अनुसार, बेगमपुर थाने की एक विशेष टीम ने संगठित गिरोहों द्वारा सड़क पर होने वाले अपराधों से निपटने के लिए एक अभियान शुरू किया था। टीम ने समान तौर-तरीकों वाले कई अपराधियों का विवरण एकत्र किया और लूट/स्नैचिंग और आग्नेयास्त्रों की घटना के मामलों में शामिल गैंगस्टरों के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए उनके गुप्त मुखबिरों को सक्रिय किया।

शनिवार को एएसआई नीरज राणा के नेतृत्व में एक टीम को विशेष जानकारी मिली कि हथियारों के साथ दो वांछित अपराधी चोरी की मोटरसाइकिल में रोहिणी के हेलीपैड रोड पर डकैती करने के लिए यात्रा कर रहे हैं। गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम ने कराला रोड और हेलीपैड रोड पर जाल बिछाकर सुमित को पकड़ लिया। आरोपी की तलाशी के दौरान उसके पास से एक अत्याधुनिक पिस्टल और 6 जिंदा कारतूस बरामद किए गए।

बाद की जांच में, उसके तीन सहयोगियों को भी सेक्टर-34, रोहिणी, दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से दो और परिष्कृत पिस्तौल और 12 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।

सुमित ने बाद में खुलासा किया कि वह एक हत्या के मामले में जमानत पर है और गरीब पारिवारिक पृष्ठभूमि के कारण उसने अपनी स्कूली शिक्षा 8वीं कक्षा में ही छोड़ दी और बुरे तत्वों के संपर्क में आ गया। उसने यह भी कबूल किया कि वह रोहिणी में एक और हत्या में शामिल था।

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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