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प्रादेशिक

किसानों को योगी सरकार ने दी बड़ी राहत, 208 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता राशि जारी

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लखनऊ। यूपी में बाढ़ और बारिश से प्रभावित किसानों को सरकार ने बड़ी राहत दी है। सरकार ने अलीगढ़, मऊ, झांसी समेत 44 जिलों में बाढ़ व भारी बारिश से नुकसान झेल रहे किसानों को राहत देने के लिए 208 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता राशि जारी की है। इससे प्रदेश के लगभग 6.18 लाख किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। सरकार ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किए है कि प्रभावित किसानों को तुरंत सहायता पहुंचाने का काम करें।

पिछले दिनों बाढ़ व भारी बारिश से किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद सरकार ने फसल नुकसान का आंकलन कर किसानों के लिए राहत सहायता जारी की। सरकार ने इससे पहले 4,77,581 किसानों को कुल 1,59,28,97,496 रुपये किए थे। शुक्रवार को सर्वेक्षण के बाद चिन्हित शेष 1,39,863 किसानों को कृषि निवेश अनुदान के वितरण के लिए रू. 48,20,57,668 जारी किया गए हैं।

सितंबर और अक्टूबर की शुरुआत में हुई मूसलाधार बारिश और बाढ़ से करीब 44 जनपदों के किसानों की फसल को काफी नुकसान हुआ था । इसके बाद मुख्‍यमंत्री ने पीडि़त किसानों को तुरंत राहत पहुंचाने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। सरकार ने 6 लाख से अधिक किसानों को मुआवजा देने का काम किया है। यह मुआवजा राशि जिला कोषागार से सीधे किसानों के बैंक खाते (डीबीटी) में ट्रांसफर की जा रही है। सरकार राज्य आपदा राहत कोष (एसडीआरएफ) से किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है।

पूर्वांचल में हुआ था सबसे अधिक किसानों को नुकसान

मुख्‍यमंत्री के निर्देश के बाद बाढ़ प्रभावित जिलों में नुकसान के आकलन की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। प्रदेश में बाढ़ और भारी बारिश के कारण फसल के नुकसान के आकलन के लिए सर्वेक्षण के आदेश दिए थे। बाढ़ से पूर्वांचल जिले के किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे । सीएम योगी ने किसानों की समस्याओं को देखते हुए खुद बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर स्थिति का जायजा भी लिया था।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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