Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: मालकिन को मार डालने वाला पिटबुल कुत्ता जब्त, पालने वालों पर लगेगा जुर्माना

Published

on

Loading

लखनऊ। उप्र की राजधानी लखनऊ में अपनी मालकिन को नोचकर मार डालने वाले पिटबुल कुत्ते को नगर निगम की टीम ने जब्त कर लिया है। कुत्ते को पकड़ने के लिए निगम की टीम आज गुरुवार को  मालिक के घर पहुंची और कुत्ते को अपने कब्जे में ले लिया।

बुधवार को पीड़ित परिवार के घर से बाहर होने के कारण ऐसा नहीं किया जा सका था। नगर निगम की टीम ने बृहस्पतिवार को कैसरबाग स्थित बंगाली टोला में पिटबुल को पकड़ लिया और जरहरा स्थित श्वान केंद्र में लेकर चली गई।

नगर निगम के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व संयुक्त निदेशक पशु कल्याण डॉ. अरविंद राव व पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा ने बताया कि बुधवार को टीम पिटबुल को पकड़ने गई थी, लेकिन परिवारवाले अस्थि विसर्जन के लिए बाहर गए थे।

पशु चिकित्सक डॉ. अभिनव वर्मा ने कहा कि इस पिटबुल का लाइसेंस बना है कि नहीं, अभी साफ नहीं हो पाया है। लाइसेंस बनाने का काम प्राइवेट पशु चिकित्सक करते हैं, ऐसे में वहां से भी जानकारी मंगाई जा रही है। नगर निगम में इस कुत्ते का रिकॉर्ड नहीं मिला है।

कैसरबाग की घटना के बाद नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने शहरवासियों से हिंसक प्रजाति के कुत्ते न पालने की अपील की है। इनमें अमेरिकन पिटबुल, रॉटविलर, साइबेरियन, हस्की, डाबरमैन, पिंस्चर, बॉक्सर आदि शामिल हैं।

नगर आयुक्त ने यह भी कहा कि यदि कुत्तों के स्वभाव में बदलाव दिखे तो तुरंत पशु चिकित्साधिकारी से संपर्क करें। बड़ी ब्रीड के कुत्ते पालने में सावधानी बरते और प्रशिक्षित कुत्ते ही पालें। कहा कि कुत्तों को मांसाहारी भोजन देने से बचें।

बताया कि बिना लाइसेंस और नियम विपरीत कुत्ते पालने पर 5000 रुपये तक जुर्माना है। नियम के अनुसार मालिक श्वान को ऐसे रखेगा, जिससे पड़ोसियों को कोई दिक्कत न हो। कुत्ते को नगर निगम के अस्पताल में रखा जाएगा। इसके व्यवहार पर नजर रखी जाएगी।

साथ ही इसकी नसबंदी भी की जाएगी। इसे पालने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी, क्योंकि अभी तक निगम को इसका लाइसेंस नहीं मिला है। लिहाजा पालने वालों से जुर्माना भी वसूलेगा जाएगा।

बता दें कि लखनऊ के कैसरबाग इलाके के बंगाली टोले की निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला सुशीला त्रिपाठी को जिस तरह एक पालतू कुत्‍ते ने मौत के घाट उतार दिया उससे में हर कोई हैरान है।

सुशीला जिस पालतू कुत्ते जान लुटाती थीं, बच्चों की तरह ख्याल रखती थीं, रोज उसे टहलाती और खाना देती थीं, उसी ने उन्हें निवाला बना लिया। घटना से हैरान पड़ोसी भी बस यही कहते रहे कि आखिर वह कैसे इतना ख्याल रखने वाली सुशीला पर हमलावर हो गया।

दो से ज्यादा कुत्ते पालने पर लगेगी रोक

नगर निगम कुत्ता पालने वालों के लिए नयी नियमावली बनाने जा रहा है। इसके लागू होने के बाद कोई भी व्यक्ति दो से ज्यादा कुत्ते नहीं पाल सकेगा। अभी शहर में कुत्ते पालने में कोई रोक टोक नहीं है। तमाम लोग कुत्ते पालने की आड़ में ब्रीडिंग सेन्टर चला रहे हैं। नयी नियमावली लागू होने के बाद इस पर अंकुश लग जाएगा।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending