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प्रादेशिक

बिहार: लव जेहाद में हुई महिला सिपाही की हत्या? परिवारवालों का सनसनीखेज आरोप

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constable prabha murder in katihar bihar

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पटना। बिहार के कटिहार में हुए सिपाही प्रभा के मर्डर केस ने नया मोड़ ले लिया है। प्रभा  के परिवारवालों ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा प्रभा को छोटू हसन ने धर्म बदलकर झूठे प्यार के जाल में फंसाया और फिर उसकी हत्या कर दी।

बता दें कि सात फरवरी को प्रभा अपने घर में एक दिन की छुट्टी मनाने के बाद वापस कटिहार लौट रही थी। रास्ते में महिला सिपाही की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद पूरे इलाके में खासा हड़कंप मच गया।

कांस्टेबल प्रभा हत्याकांड

परिवारवालों ने कहा कि ये हत्या जानबूझकर की गई है जिसे छोटू हसन नाम के शख्स अंजाम दिया है। परिवारवालों के मुताबिक कुछ साल पहले हसन ने अपना नाम बदलकर प्रभा से दोस्ती की थी। काफी समय तक दोनों रिलेशन में थे, लेकिन इस बीच जब प्रभा को छोटू के धर्म के बारे में पता चला तो उसने हसन से अलग होने का फैसला किया।

क्या लव जिहाद में हुई सिपाही की हत्या?

परिवारवालों का कहना है कि मोहम्मद हसन उर्फ़ छोटू हसन प्रभा पर जबरदस्ती शादी का दवाब बनाने लगा, लेकिन धर्म अलग होने की वजह से वह उससे शादी नहीं करना चाहती थी। इसके बाद उसने प्रभा को धमकियां देनी शुरू कर दी थी। करीब दो साल से वो अलग-अलग तरह से उसको डराने धमकाने की कोशिश करता था। वो अलग-अलग फोन नबंर से न सिर्फ प्रभा बल्कि परिवार को भी धमकी दे रहा था।

मोहम्मद हसन ने की हत्या

प्रभा के परिवार का कहना है कि उसने पहले प्रभा की कई फोटो भी वायरल की थी, जिसकी शिकायत उसने पुलिस में करवाई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

प्रभा के पिता ने मोहम्मद हसन समेत उसके सात दोस्तों मोहम्मद सज्जाद, मोहम्मद इमरान, मोहम्मद दानिश, अब्दुल कादिर, विराट यादव और प्रियेश यादव के नाम पुलिस को बताए हैं जिनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

घटना के बाद से आरोपी हसन फरार है। मोहम्मद हसन फलका का रहने वाला है। सात में से पांच आरोपी कटिहार के ही हैं जबकि दो पूर्णिया के बताए जा रहे हैं। पुलिस अब इस एंगल से केस की जांच कर रही है।

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IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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