उत्तर प्रदेश
पीएम मोदी ने दी उत्तर प्रदेश को सौगात, 74 रेलवे स्टेशनों का हुआ पुनर्विकास
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत वर्चुअल माध्यम से 41 हजार करोड़ रुपए की लागत से देशभर के 554 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प और 1500 रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया। इसमें 74 रेलवे स्टेशन और 267 रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास उत्तर प्रदेश के हैं, जिनका पुनर्विकास एवं निर्माण किया गया है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि रेल की गति तेज़ होगी, तो समय बचेगा। भारतीय रेल यात्री सुविधा ही नहीं है, बल्कि देश की खेती और औद्योगिक प्रगति का भी सबसे बड़ा वाहक है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी रेल, छोटे किसानों, छोटे कारीगरों, हमारे विश्वकर्मा साथियों के उत्पादों को बढ़ावा देने वाली है। इसके लिए वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना के तहत स्टेशन पर विशेष दुकानें बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि जिन सुविधाओं की देशवासी कल्पना करते थे, लोगों को लगता था कि काश ये भारत में होता, वही आज हम आंखों के सामने होते देख रहे हैं। बीते 10 वर्षों में हम सभी ने एक नया भारत बनते देखा है और रेलवे में तो परिवर्तन साक्षात दिखाई देने लगा है।
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री मोदी को दिया धन्यवाद
वहीं इस कार्यक्रम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सरकारी आवास से वर्चुअली जुड़े। उन्होंने एक्स पर पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित। सीएम योगी ने लिखा ‘आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में ‘नए भारत’ की ‘प्रगति की रेल’ तीव्र गति से गतिमान है। उसी क्रम में आज प्रधानमंत्री जी द्वारा पुनर्विकसित गोमती नगर रेलवे स्टेशन के साथ ही, देश भर की 2,000 से अधिक रेल अवसंरचना परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास संपन्न हुआ। आमजन के जीवन को सुगम बनाती इन सौगातों के लिए हार्दिक आभार प्रधानमंत्री जी!’।
उत्तर प्रदेश में 74 स्टेशनों का हुआ पुनर्विकास
मेरठ नगर जं., मऊ जं., मानिकपुर जं., श्रीकृष्णा नगर, ऊंचाहार जं., मानकनगर, चुनार जं., गढ़मुक्तेश्वर, गोंडा जं., जौनपुर सिटि, ललितपुर जं, मल्हार, चित्रकूट धाम कर्वी, खुर्जा जं., लखीमपुर, कानपुर अनवरगंज, भटनी, हैदरगढ़, मैलानी जं., अकबरपुर ज., मिर्जापुर, गोविंदपुरी, भरतकुंड, सलेमपुर ज., महोबा जं., पीलीभीत जं., कन्नौज, स्वामी नारायन छपिया, सोनभद्र, लम्भुआ, मड़ियाहूँ, ईदगाह आगरा जं., तुलसीपुर, शिकोहाबाद जं., निहालगढ़, आँवला, आनंद नगर जं., बाबतपुर, लखनऊ सिटी, बरेली सिटी, पुखरायां, मोहनलालगंज, गोमती नगर, कानपुर पुल बाया, खोरासन रोड, बाँदा, बढ़नी, बालामऊ जं., शिवपुर, गौरीगंज, सिद्धार्थनगर, व्यासनगर, किनारा, डालीगंज, कप्तानगंज जं., स्योहारा, बलरामपुर, फिरोजाबाद, उरई, लालगंज, खलीलाबाद, रामघाट हॉल्ट, गुरसहायगंज, गाजीपुर सिटि, फाफामऊ जं., मुजफ्फर नगर, बेल्थरा रोड, बुलन्दशहर, लोहता, राजा की मंडी, चिलबिला, कुण्डा हरनामगंज, बादशाहपुर, तकिया, मैनपुरी जं.।
उत्तर प्रदेश
महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम
लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।
महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।
3 चरणों में संचालन
एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।
प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।
550 शटल बसें चलाई जाएंगी
एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।
उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।
इन मार्गों प्रभाग संचालन
एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।
इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।
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