बेंगलुरु। बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भीषण भगदड़ की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। IPL 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ऐतिहासिक जीत के बाद आयोजित विक्ट्री परेड के दौरान मची इस भगदड़ में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 56 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
RCB, आयोजक कंपनी और KSCA के खिलाफ FIR
इस त्रासदी के बाद बेंगलुरु पुलिस ने कड़ा रुख अपनाते हुए RCB, इवेंट आयोजक कंपनी डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) और अन्य संबंधित पक्षों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। FIR में भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) समेत कई अन्य आपराधिक धाराएं जोड़ी गई हैं।
RCB का मार्केटिंग हेड गिरफ्तार, तीन अन्य हिरासत में
सरकारी आदेश के बाद पुलिस ने गुरुवार को RCB के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लेकर कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में पूछताछ की जा रही है। निखिल से यह जानने की कोशिश हो रही है कि भीड़ नियंत्रण में असफलता और अव्यवस्था में उनकी क्या भूमिका रही।
KSCA के सचिव और कोषाध्यक्ष फरार
वहीं कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के सचिव शंकर और कोषाध्यक्ष जयराम फिलहाल फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन वे अब तक पकड़ से बाहर हैं।
CID को सौंपी गई जांच, सरकार सख्त
घटना की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने पूरे मामले की जांच आपराधिक जांच विभाग (CID) को सौंप दी है। सूत्रों के मुताबिक आयोजन के दौरान हुई लापरवाही, अनुमति प्रक्रिया की खामियां, और भीड़ नियंत्रण के इंतजाम अब जांच के दायरे में हैं।
सरकार का ऐलान: मुआवजा और मुफ्त इलाज
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने घटना को अत्यंत गंभीर मानते हुए दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने और घायलों के इलाज का खर्च उठाने की घोषणा की है।
विपक्ष का हमला, आयोजकों पर लापरवाही के आरोप
इस हादसे के बाद विपक्ष ने सरकार और स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं आयोजन से जुड़ी एजेंसियों पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
क्या हुआ था हादसे के दिन?
यह हादसा बुधवार को उस समय हुआ, जब चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर RCB की जीत का जश्न मनाने हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। सीमित प्रवेश व्यवस्था और अव्यवस्थित भीड़ प्रबंधन के कारण हालात बेकाबू हो गए और भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों की जान चली गई।