नई दिल्ली। भारत में आतंकवादी अलग-अलग माध्यमों के जरिए घुसने का प्रयास किया करते हैं और इस बार भी आतंकी ड्रोन के माध्यम से घुसपैठ को अंजाम देनें की कोशिश में लगे हुए हैं। अबकी बार जम्मू-कश्मीर में भारतीय आर्मी बेस पर ड्रोन हमले की बात सामने आई है।
इन सब गतिविधियों को रोकने के लिए भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएन) में कहा कि सामरिक और वाणिज्यिक संपत्तियों के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए हथियारबंद ड्रोन के इस्तेमाल की संभावना पर वैश्विक समुदाय को गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।
गृह मंत्रालय के विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) वीएसके कौमुदी ने कहा कि रणनीतिक और वाणिज्यिक संपत्तियों के खिलाफ हथियारबंद ड्रोन के इस्तेमाल पर ध्यान देने की जरूरत है, हमने सीमा पार से हथियारों की तस्करी के लिए ड्रोन का उपयोग करने वाले आतंकवादियों को देखा है।
उन्होंने आगे कहा कि आज आतंकवाद के प्रचार और कैडर की भर्ती के लिए इंटरनेट और सोशल मीडिया का दुरुपयोग हो रहा है, आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए नई भुगतान विधियों और प्लेटफार्मों का इस्तेमाल हो रहा है और आतंकी अब ड्रोन तकनीकी का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।