बांग्लादेश के नोआखली जिले में शुक्रवार को भीड़ ने इस्कॉन मंदिर में कथित रूप से तोड़फोड़ की और उसके भक्तों पर हमला किया। मंदिर को काफी नुकसान हुआ है, जबकि एक श्रद्धालु की हालत नाजुक बनी हुई है। फिलहाल उनका एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस्कॉन ने कहा, ‘इस्कॉन मंदिर और भक्तों पर आज नोआखली, बांग्लादेश में भीड़ द्वारा हिंसक हमला किया गया। मंदिर को काफी नुकसान हुआ और एक भक्त की हालत गंभीर बनी हुई है। हम बांग्लादेश सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए कहते हैं। सभी हिंदुओं की सुरक्षा और अपराधियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करें।’
इस्कॉन ने कहा’ ‘इस्कॉन सदस्य, पार्थ दास, जिनकी कल 200 से अधिक लोगों की भीड़ ने बेरहमी से हत्या कर दी थी, उनका शव मंदिर के बगल में एक तालाब में मिला था। हम बांग्लादेश सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं।’ इस्कॉन नेशनल कम्युनिकेशन के निदेशक व्रजेंद्र नंदन दास ने कहा, ‘जिन लोगों ने हमला किया वे आतंकवादी थे, बहुसंख्यक समुदाय के गुंडे थे। हमारे 3 भक्त मारे गए थे। बांग्लादेश सरकार को भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए।’ इस सप्ताह बांग्लादेश में अल्पसंख्यक धार्मिक स्थलों पर हमलों की एक श्रृंखला के बाद बर्बरता हुई। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, हाल के हमलों में दुर्गा पूजा पंडालों और मूर्तियों को निशाना बनाया गया था।
बांग्लादेश में स्थानीय मीडिया की माने तो केवल नोआखली जिले के बेगमगंज उपजिला में हुए हमले में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और 18 अन्य घायल हो गए। नोआखली के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सर्कल बेगमगंज) मोहम्मद शाह इमरान ने बताया कि मृतक की पहचान 42 वर्षीय जतन कुमार साहा के रूप में हुई है। उन्होंने कहा, ‘हमले में बेगमगंज थाने के प्रभारी अधिकारी कमरुज्जमां सिकदर सहित कुल 17 लोग घायल हो गए।’