अहमदाबाद: सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान हादसे में मृतकों की संख्या 241 तक पहुंच गई है। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित सभी 230 यात्री और 11 चालक दल के सदस्य मारे गए। केवल एक यात्री जीवित बच पाया है।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल ने रविवार रात बताया कि डीएनए मिलान के लिए अब तक कुल 80 नमूने लिए जा चुके हैं। इनमें 47 शवों की पहचान कर उन्हें परिजनों को सम्मानपूर्वक सौंप दिया गया है।
विमान छात्रावास परिसर में गिरा, ज़मीनी क्षति भी भारी
यह विमान लंदन के लिए रवाना हुआ था, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद तकनीकी खराबी के चलते छात्रावास परिसर में गिर पड़ा। हादसे के कारण जमीन पर मौजूद कई स्थानीय नागरिकों और मेडिकल छात्रों की भी मौत हुई। अब तक ज़मीनी स्तर पर कम से कम 33 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें कई MBBS छात्र शामिल हैं।
एकमात्र जीवित यात्री ICU में भर्ती
इस भीषण त्रासदी में केवल एक व्यक्ति जीवित बच पाया है — भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विश्वाशकुमार रमेश। फिलहाल वे अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
पहचान प्रक्रिया में जुटे विशेषज्ञ, सरकार की हर संभव मदद
राज्य सरकार और अस्पताल प्रशासन मिलकर डीएनए परीक्षण के ज़रिए मृतकों की पहचान के प्रयास कर रहे हैं। डॉ. पटेल ने बताया कि
दो और पीड़ितों के परिवार सोमवार रात तक पहुंच सकते हैं, जबकि 13 परिवारों को मंगलवार को शव सौंपने की योजना है। 21 अन्य मामलों में, परिजन परामर्श के बाद निर्णय लेंगे।” हादसे में 11 ऐसे मामले भी सामने आए हैं जहां पीड़ितों के परिजन भी उसी विमान में सवार थे, जिससे पहचान प्रक्रिया और भी जटिल हो गई है।
राज्य सरकार की विशेष सहायता टीमें
राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को सहयोग देने के लिए एक विशेष तीन-सदस्यीय टीम नियुक्त की है, जिसमें एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, एक पुलिस प्रतिनिधि और एक पेशेवर परामर्शदाता शामिल हैं। ये टीमें परिवारों को भावनात्मक सहारा देने और शव हस्तांतरण की प्रक्रिया में मदद कर रही हैं।
अब तक शवों को सौंपे जाने की जानकारी इस प्रकार है:
अहमदाबाद से – 12
बड़ौदा से – 5
मेहसाणा से – 4
आनंद से – 4
खेड़ा से – 2
भरूच से – 2
उदयपुर, जोधपुर, बोटाद और अरावली से – 1-1