नागपुर। पुलिस ने 17 मार्च को नागपुर में हुई हिंसक घटना के मास्टरमाइंड फहीम खान को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि हिंसा का मास्टरमाइंड फहीम खान है. उसी ने लोगों को भड़काया और करीब 500 लोगों को पुलिस स्टेशन पर इकट्ठा किया। इस भीड़ ने कुल्हाड़ी, पत्थर, लाठियां और अन्य खतरनाक हथियारों के साथ क्षेत्र में आतंक पैदा करने के इरादे से घातक हथियारों को हवा में लहराया और लोगों में भय पैदा किया और धार्मिक दुश्मनी बढ़ाने के इरादे से सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने का काम किया।
भीड़ के सदस्यों ने जान से मारने की नियत से भालदारपुरा चौक इलाके में पुलिस पर घातक हथियार, पत्थर से हमला किया। उन्होंने पुलिसकर्मियों को उनके सरकारी कर्तव्यों से हतोत्साहित करने के लिए पेट्रोल बम तैयार किए और उन पर फेंके। उनमें से कुछ ने अंधेरे का फायदा उठाकर आरसीपी दस्ते की एक महिला कांस्टेबल की वर्दी और शरीर को छुआ। उसने अन्य महिलाओं के साथ भी यौन दुर्व्यवहार किया और उनका यौन उत्पीड़न किया। कुछ महिला कर्मचारियों को देखकर उन्होंने अश्लील इशारे किए और भद्दे कमेंट किए।
जानें कैसे फैली हिंसा?
बता दें कि नागपुर के महल इलाके में सोमवार शाम को करीब 7 बजे हिंसा भड़क उठी। जिसमें पुलिस पर पथराव किया गया। यह अफवाह फैली कि औरंगजेब के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान संभाजीनगर जिले में वीएचपी के आंदोलन के दौरान एक समुदाय विशेष के धर्म ग्रंथ को जला दिया गया है। अफवाह के बाद नागपुर में हिंसा भड़क गई। महल इलाके में चिटनिस पार्क में ओल्ड हिसलोप काॅलेज इलाके के कुछ निवासियों ने बताया कि सोमवार शाम करीब साढ़े 7 बजे तक भीड़ ने उनके इलाके में हमला बोल दिया। इस दौरान कारों में आग लगा दी गई। वहीं घर के बाहर रखे सामान पर तोड़ दिया गया।