लखनऊ। ‘बाबा का बुलडोजर’ जल्द की लखनऊ में अवैध निर्माण को गिराता हुआ नजर आएगा। हालांकि ध्वस्तीकरण की यह कारवाई किसी माफिया के खिलाफ नहीं बल्कि अवैध निर्माण के विरुद्ध होगी। मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ ऐशबाग के चित्ताखेड़ा 190 घरों को जल्द ही ढहाया जा सकता है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण की नोटिस के बाद अब यहां प्रशासनिक अमले की आहट बढ़ गई है। मंडलायुक्त डा. रोशन जैकब और लविप्रा उपाध्यक्ष डा. इंद्रमणि त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारियों के लगातार निरीक्षण के बाद चित्ताखेड़ा में रहने वाले लोगों की बेचैनी बढ़ गई है।
इस बीच मंडलायुक्त ने ऐशबाग में हुई लीज डीड में गड़बड़ी को लेकर तत्कालीन लविप्रा उपाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह सहित कई अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराने के भी आदेश दे दिए हैं। सूत्रों की मानें तो चित्ताखेड़ी के 190 अवैध निर्माण पर बहुत जल्द एलडीए का बुलडोजर चलने वाला है।
लखनऊ ऐशबाग के चित्ताखेड़ा का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था। सुप्रीम कोर्ट ने यहां हुए अवैध निर्माण को हटाने के आदेश लविप्रा को दिए थे। इसके बाद लविप्रा ने चित्ताखेड़ा के 190 घरों को नोटिस भी जारी कर दिया है। नोटिस में दी गई मियाद अब धीरे-धीरे समाप्त हो रही है।
क्षेत्रीय लोगों ने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के आवास जाकर भी गुहार लगायी थी। लविप्रा ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 190 चिन्हित घरों पर नोटिस भी चस्पा कर दी है। अब एक सप्ताह से चित्ताखेड़ा में अफसरों की सक्रियता अचानक तेजी से बढ़ गई है।
मंडलायुक्त डा. रोशन जैकब ने चित्ताखेड़ा का निरीक्षण करके नए सिरे से पत्रावलियों को तलब भी किया है। जिससे चित्ताखेड़ा को छोड़कर ऐशबाग के तीन अन्य बड़े भूखंडों के गलत तरीके से लीज डीड कराने का फर्जीवाड़ा सामने लाया जा सके।