भोपाल। सीएम मोहन यादव ने कहा लोकमाता अहिल्यादेवी होलकर का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादायी है। उनकी 300 वीं जयंती वर्ष में 24 जनवरी को हम कैबिनेट बैठक करने जा रहे है। अहिल्यादेवी की याद में हम आगामी कैबिनेट बैठक करेंगे। ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है।
अहिल्यादेवी का जिक्र करते हुए सीएम मोहन ने कहा उनका शासनकाल, उनका कर्त्तव्य, उनका धर्मपरायणता, सुशासन, दानशीलता, धार्मीकता ऐसे कई ऐतिहासिक संदर्भों में अहिल्यादेवी का अपना एक विशेष महत्व है। उनके व्यक्तित्व को सारा समाज आज भी सम्मान की दृष्टि से देखता है। उन्होंने कहा कि इस बार का कैबिनेट बैठक अहिल्यादेवी के नाम पर उनके 300वीं जयंती के अवसर पर हम महेश्वर में करने जा रहे है। मुझे इस बात का संतोष है।
सीएम ने कहा मध्यप्रदेश वो धरती जहां रानी दुर्गावती, अहिल्या महरानी, सम्राट विक्रमादित्य, राजा भोज हुए ऐसे-ऐसे बड़े सुशासन के नाम है जिनके कार्य से प्रदेश गौरवान्वित होता है। महिला शासक में अहिल्याबाई का नाम अमर है। हम उनके नाम पर होने वाली कैबिनेट बैठक में कई प्रकार के योजना को लेकर आ रहे हैं। आईए जानते है अहिल्यादेवी के बारे में जिनके 300 वीं जयंती वर्ष में 24 जनवरी को कैबिनेट बैठक होगा।
अहिल्याबाई होल्कर कौन है?
अहिल्याबाई होल्कर मराठा साम्राज्य की प्रसिद्ध महारानी तथा इतिहास-प्रसिद्ध सूबेदार मल्हारराव होलकर के पुत्र खण्डेराव की धर्मपत्नी थीं। इन्होंने अपने राज्य की सीमाओं के बाहर भारत-भर के प्रसिद्ध तीर्थों और स्थानों में मन्दिर बनवाए, घाट बनवाए, कुओं और बावड़ियों का निर्माण किया, मार्ग बनवाए-काशी विश्वनाथ में शिवलिंग को स्थापित किया। भूखों के लिए अन्नसत्र (अन्न क्षेत्र) खोले, प्यासों के लिए प्याऊ बिठलाईं,शास्त्रों के मनन-चिन्तन और प्रवचन हेतु मन्दिरों में विद्वानों की नियुक्ति की। इनकी धर्म के प्रति अपार श्रद्धा थी। ये बहुत बड़ी समाजसेवी और कुशल शासक थी।