जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रामनवमी के दिन हुआ झगड़ा अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब जेएनयू के बाहर रोड और मेन गेट के करीब भगवा झंडे लगा दिए गए। इन पोस्टरों पर ‘भगवा जेएनयू’ लिखा गया है। बताया जा रहा है कि कथित तौर पर यह पोस्टर और झंडे हिंदू सेना द्वारा लगाए गए। हालांकि, बाद में पुलिस ने इन पोस्टर और झंडों को हटवा दिया है।
हिंदू सेना प्रमुख विष्णु गुप्ता ने कहा कि ‘भगवा जेएनयू’ वाले पोस्टर दक्षिणपंथी संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरजीत सिंह यादव द्वारा लगाए गए हैं।वॉट्सऐप पर प्रसारित एक वीडियो में गुप्ता को कथित तौर पर हिंदी में यह कहते हुए सुना जाता है कि जेएनयू परिसर में नियमित रूप से भगवा का अपमान किया जा रहा है। हम ऐसा करने वालों को चेतावनी देना चाहते हैं। अपने तरीके सुधारें। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हम आपकी विचारधारा और हर धर्म का सम्मान करते हैं। भगवा का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हम कड़े कदम उठा सकते हैं।
वहीं, दिल्ली पुलिस ने कहा कि आज सुबह जब यह पता चला कि जेएनयू के पास सड़क और आसपास के इलाकों में कुछ झंडे और पोस्टर लगाए गए हैं। हाल की घटनाओं को देखते हुए इन्हें तुरंत हटा दिया गया और उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
आपको बता दें कि, रामनवमी के दिन जेएनयू के कावेरी हॉस्टल के मेस में कथित तौर पर मांसाहारी भोजन परोसने को लेकर दो छात्र गुटों में जबर्दस्त भिड़ंत हो गई थी, इस हिंसा में दोनों ओर के करीब दर्जनों छात्र घायल हो गए थे।
इस घटना को लेकर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) ने आरोप लगाया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों ने छात्रों को छात्रावास में मांसाहारी भोजन खाने से रोका और हिंसा का माहौल बनाया। वहीं, एबीवीपी ने इन आरोपों से इनकार किया और दावा किया कि रामनवमी पर छात्रावास में आयोजित पूजा कार्यक्रम में वामपंथियों ने बाधा डाली। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर पथराव करने और अपने-अपने सदस्यों के घायल होने का आरोप लगाया। इस बीच, हिंसा जुड़े कई कथित वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए थे।