चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को जिला रोहतक के गांव पहरावर में भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने भगवान परशुराम के जीवन और उनके आदर्शों को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि भगवान परशुराम ने कभी भी निजी स्वार्थ के लिए नहीं, बल्कि धर्म की रक्षा और समाज हित के लिए अन्याय के खिलाफ युद्ध किया। इसी भावना के अनुरूप आज भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्यवाही कर रहा है। उन्होंने बताया कि हाल ही में पहलगाम की निंदनीय घटना के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेनाओं ने आतंकवाद के खिलाफ सटीक और लक्षित कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया, बिना किसी आम नागरिक को नुकसान पहुंचाए। उन्होंने प्रधानमंत्री का संदेश दोहराया कि “कोई हमें छेड़ेगा, तो हम उसे नहीं छोड़ेंगे।”
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा ब्राह्मण समाज के कल्याण और उत्थान के लिए किए गए विभिन्न प्रयासों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि भगवान परशुराम की शिक्षाओं को ध्यान में रखते हुए कैथल में बन रहे मेडिकल कॉलेज का नाम भगवान परशुराम के नाम पर रखा गया है। इसके अलावा, भगवान परशुराम जयंती को राजपत्रित अवकाश घोषित किया गया है।
सैनी ने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने पहरावर गांव में 2013 से लंबित गौड़ ब्राह्मण कॉलेज की जमीन के विवाद को सुलझा लिया है और गौड़ ब्राह्मण आयुर्वेद कॉलेज में बीएएमएस की 100 सीटों को मंजूरी देकर कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं। भगवान परशुराम के सम्मान में सरकार ने डाक टिकट भी जारी किया है और करनाल में ब्राह्मण धर्मशाला के लिए जमीन भी आवंटित की है। मुख्यमंत्री ने युवाओं से आह्वान किया कि वे भगवान परशुराम जी के साहस और सेवा भाव को आत्मसात करें और विकसित भारत एवं हरियाणा के निर्माण में सक्रिय योगदान दें।