बुलंदशहर (खुर्जा):एक दर्दनाक घटना में प्रदेश स्तर के कबड्डी खिलाड़ी बृजेश सोलंकी की मौत हो गई। इसकी वजह बनी एक मासूम जानवर की मदद करने की उनकी दरियादिली। मार्च महीने में गांव की नाली में गिरे एक कुत्ते के पिल्ले को बचाने के दौरान पिल्ले ने बृजेश को उंगली पर काट लिया। दुर्भाग्यवश, उन्होंने इस मामूली से लगे घाव को हल्के में लिया और एंटी रेबीज वैक्सीन नहीं लगवाई। कुछ महीनों बाद यही चोट उनके लिए जानलेवा साबित हुई।
तीन दिन पहले हुई मौत, अब वीडियो वायरल होने पर चर्चा में मामला
घटना को भले ही कुछ दिन बीत चुके हों, लेकिन सोशल मीडिया पर रविवार को एक वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला सबकी नजर में आया है। खुर्जा के फराना गांव निवासी बृजेश सोलंकी रेबीज के लक्षण दिखने पर पहले अलीगढ़, फिर दिल्ली तक इलाज के लिए भटके, लेकिन कहीं राहत नहीं मिली। शुक्रवार सुबह जब परिजन उन्हें दिल्ली से वापस गांव ला रहे थे, तब रास्ते में ही बृजेश की मौत हो गई।
ये है पूरी घटना
मार्च में जब गांव की नाली में एक कुत्ते का बच्चा गिरा, तो बृजेश ने उसे बाहर निकालने के लिए अपने हाथ से मदद की। इसी दौरान पिल्ले ने उनके दाएं हाथ की उंगली में काट लिया। चोट मामूली लगी, इसलिए उन्होंने इसे अनदेखा किया और कोई टीका नहीं लगवाया।
कुछ दिन पहले, गुरुवार सुबह बृजेश की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। पहले उनका हाथ सुन्न हुआ, फिर कुछ ही घंटों में पूरा शरीर। इलाज के लिए उन्हें अलीगढ़ के जीवन ज्योति अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। इसके बाद मेडिकल कॉलेज, मथुरा के आयुर्वेदिक केंद्र और अंततः दिल्ली के जीटीबी अस्पताल तक पहुंचाया गया। वहां डॉक्टरों ने लक्षण देखकर रेबीज की पुष्टि की, लेकिन इलाज असंभव बताया।
शुक्रवार सुबह जब वे अपने गांव वापस लाए जा रहे थे, तब रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। बृजेश कोई आम युवक नहीं थे। फरवरी में उन्होंने प्रदेश स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था। कई अन्य टूर्नामेंटों में भी वे मेडल अपने नाम कर चुके थे। उनका अगला लक्ष्य था — प्रो कबड्डी लीग 2026 में जगह बनाना। मगर एक छोटी सी चूक ने उनके बड़े सपनों को अधूरा छोड़ दिया।