उत्तर प्रदेश
माफियागिरी तो कब की खत्म हो चुकी, अब तो बस रगड़ा जा रहा है: अतीक अहमद
प्रयागराज। उमेश पाल हत्या मामले में माफिया अतीक अहमद को एक बार फिर साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है। पेशी पर बार-बार प्रयागराज लाए जाने को लेकर मीडिया से बातचीत में अतीक ने कहा कि माफियागिरी तो कब की खत्म हो चुकी है। अब तो बस रगड़ा जा रहा है। इससे पहले अतीक को 26 मार्च को साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया था।
माफिया ने परिवार के लोगों को फंसाए जाने की बात भी कही। साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ से इस प्रकार के मामले में पक्ष सुने जाने की अपील की। कहा कि उमेश पाल की हत्या के समय में तो मैं साबरमती जेल में था। कैसे किसी की हत्या कर सकता हूं। जेल से फोन पर बातचीत करने के आरोपों को भी नकारा।
बता दें कि अतीक अहमद को कल गुरुवार को प्रयागराज की कोर्ट में पेश किया जाना है। यूपी पुलिस कोर्ट में माफिया को पेश कर उसकी कस्टडी रिमांड लेने की कोशिश करेगी। अतीक के भाई अशरफ को भी यूपी पुलिस बरेली जेल से लाने पहुंच चुकी है। रिमांड पर लेने के बाद पुलिस दोनों भाइयों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ कर सकती है।
झांसी से निकला अतीक अहमद का काफिला
झांसी के पुलिस लाइन से अतीक अहमद का काफिला निकल गया है। प्रयागराज के लिए काफिले को रवाना किया गया। इससे पहले झांसी पुलिस लाइन में काफिले के वाहनों की टेक्निकल चेकिंग की गई। कुछ देर तक काफिले में चल रहे पुलिसकर्मियों ने आराम किया।
फ्रेश होने के बाद अब काफिले को रवाना किया गया है। माना जा रहा है कि शाम 4 से 5 बजे के बीच अतीक अहमद का काफिला प्रयागराज पहुंच सकता है। गुरुवार को माफिया डॉन की कोर्ट में पेशी होनी है।
जेल में परेशान किए जाने का लगाया आरोप
मप्र के शिवपुरी में अतीक अमहद ने साबरमती जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। साथ ही, उमेश पाल मर्डर केस में भी संलिप्तता से इनकार किया। अतीक ने कहा कि साबरमती जेल में मुझे बहुत परेशान किया जा रहा है। मैंने वहां से कोई फोन नहीं किया। वहां पर जैमर लगे हुए हैं। मैंने जेल से कोई साजिश नहीं रची। माफिया डॉन ने कहा कि छह साल से मैं जेल में हूं। मेरा पूरा परिवार बर्बाद हो चुका है।
अतीक और बेटे अली पर एक और मुकदमा
माफिया अतीक अहमद और जेल में बंद उसके बेटे अली पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। अलकमा हत्याकांड के पैरोकार को धमकाने, जानलेवा हमला करने और रंगदारी मांगने के मामले में अतीक और अली के साथ ही उसके 11 गुर्गों को भी आरोपित बनाया गया है। सोमवार को पीड़ित ने पुलिस को तहरीर और घटना का सीसीटीवी फुटेज दिया था। इसकी छानबीन करने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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