नई दिल्ली। जम्मू एयरपोर्ट स्थित एयरफोर्स स्टेशन के अंदर शनिवार देर दो धमाके हुए। दोनों विस्फोट पांच मिनट के अंतराल पर हुए। अधिकारियों के मुताबिक पहला विस्फोट रात 1 बजकर 37 मिनट पर हुआ और दूसरा ठीक 5 मिनट बाद 1 बजकर 42 मिनट पर हुआ।
पहले विस्फोट के कारण हवाईअड्डे के तकनीकी क्षेत्र में एक इमारत की छत ढह गई। इस स्थान की देखरेख का जिम्मा वायु सेना उठाती है और दूसरा विस्फोट जमीन पर हुआ।
इसमें किसी के हताहत होने की तत्काल कोई जानकारी नहीं मिली थी। हालांकि, इसमें पाकिस्तान पर शक गहराता नजर आ रहा है, क्योंकि सूत्रों की मानें तो इस विस्फोट के लिए दो ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था और टारगेट भारतीय वायुसेना के विमान थे।
जांच के लिए एनआईए और एनएसजी की टीम एयरफोर्स स्टेशन पहुंच चुकी है। सीआरपीएफ के डीआईजी भी मौके पर पहुंच गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, अब तक हुई जांच में ड्रोन से IED गिराने का शक जताया जा रहा है।
माना जा रहा है कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की ओर से ड्रोन के जरिए IED गिराए गए, क्योंकि एयरफोर्स स्टेशन और बॉर्डर के बीच महज 14 किलोमीटर की दूरी है और ड्रोन के जरिए 12 किलोमीटर तक हथियारों को गिराया जा सकता है। ड्रोन हमले के अंदेशे के चलते अम्बाला, पठानकोट और अवंतिपुरा एयरबेस को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।