मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों पर निशाना साधते हुए कहा कि पश्चिमी देश एशिया-प्रशांत क्षेत्र में ‘नाटो जैसी प्रणाली’ का विस्तार करने की मांग कर रहे हैं। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह बात पुतिन ने मास्को अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन में स्वागत भाषण देते हुए कही।
उन्होंने कहा कि अमेरिका यूक्रेन में संघर्ष को लंबा खींचने की कोशिश कर रहा है। पुतिन ने यह भी कहा कि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी की इस महीने की शुरुआत में ताइवान की यात्रा पूरी तरह से योजनाबद्ध और उकसावे वाली थी।
‘साथी देशों को मॉर्डन हथियारों से लैस करेंगे’
सम्मेलन में पुतिन ने यह भी ऐलान किया है कि वो साथी देशों जिसमें लैटिन अमेरिका, एशिया और अफ्रीका शामिल हैं, उन्हें मॉर्डन हथियारों से लैस करेंगे। उनका देश अपने साथियों की अहमियत समझता है और इसलिए यह फैसला लिया गया है। पुतिन ने अपने इस भाषण के सहारे दुनिया को ये संदेश भी दिया कि उनके पास एडवांस्ड हथियारों की कमी नहीं है।
पुतिन ने इन सब मुद्दों पर अपनी बात ऐसे समय में रखी है जब एक तरफ यूक्रेन के साथ जारी जंग को 6 महीने हो चुके हैं तो दूसरी ओर चीन और ताइवान के बीच भी तनाव जारी है। ये पहला मौका था जब पुतिन ने इस तरह का कोई बयान दिया है।
इससे पहले पुतिन ने कहा कि उनके देश ने उत्तर कोरिया के साथ व्यापक और रचनात्मक द्विपक्षीय संबंधों का वस्तिार करने का संकल्प लिया है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को भेजे गए एक पत्र में पुतिन ने कहा कि रचनात्मक द्विपक्षीय संबंध बढ़ाने के कदम दोनों देशों के हित में होंगे। इस पर प्रतक्रिया व्यक्त करते हुए किम जोंग उन ने भी कहा कि उनकी दोस्ती मजबूत होगी।