केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज देश की आंतरिक सुरक्षा पर शीर्ष सुरक्षा एजेंसियों, अर्धसैनिक अधिकारियों, पुलिस प्रमुखों और अन्य लोगों की बैठक की अध्यक्षता की। इंटेलिजेंस ब्यूरो के मुख्यालय में आयोजित, देश में कोविड के कहर के बाद से पूरे सुरक्षा प्रतिष्ठान की यह पहली बैठक थी। जम्मू और कश्मीर की स्थिति – जहां पिछले दो हफ्तों में नागरिकों की हत्याओं ने देश को झकझोर दिया है – पर चर्चा की गई।
कश्मीर में हिन्दुओं को उतारा जा रहा मौत के घाट
सूत्रों के मुताबिक ‘अधिकारियों ने आतंकवाद से निपटने के लिए जरूरी उपायों पर भी चर्चा की। जम्मू-कश्मीर में अब तक 11 लोगों को आतंकवादियों ने मार डाला, जिससे दहशत फैल गई है।’ एक अधिकारी ने कहा कि ‘इससे संकेत मिलता है कि आतंकवादी दूसरे राज्यों के लोगों को कश्मीर से बाहर खदेड़ना चाहते हैं।’बीते दिन बिहार के दो लोगों को कश्मीर घाटी के कुलगाम जिले में आतंकवादियों ने मार गिराया था। शनिवार को बिहार के एक गोलगप्पे बेचने वाले और उत्तर प्रदेश के एक बढ़ई की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
पिछले एक हफ्ते में 13 आतंकी हुए ढेर
राज्य पुलिस ने कहा कि ‘सुरक्षा बलों ने आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिया है और पिछले एक हफ्ते में 13 आतंकवादी मारे गए हैं।’ सूत्रों ने कहा कि ‘शाह के 22 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर जाने की संभावना है – राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने और संविधान के तहत दिए गए विशेष दर्जे को खत्म करने के बाद से उनकी पहली यात्रा है।’
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