हरिद्वार। हरिद्वार में आज हर की पौड़ी पर दीपों का अलौकिक पर्व सजने जा रहा है। शाम 6 बजे संध्याकालीन गंगा आरती के बाद हजारों दीपों से रोशन होगी हर की पौड़ी। इस अवसर पर लाइटिंग, सौंदर्यकरण और भव्य आतिशबाज़ी का शानदार नज़ारा देखने को मिलेगा, जो हर श्रद्धालु के मन को आनंदित कर देगा।
हरिद्वार की सनातन परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आज हर की पौड़ी पर दीपोत्सव का मनोहारी आयोजन किया जा रहा है। शाम होते ही जैसे ही गंगा आरती संपन्न होगी, वैसे ही ब्रह्मकुंड और पूरे घाट पर हजारों दीप एक साथ प्रज्ज्वलित किए जाएंगे, जिससे पूरा क्षेत्र दिव्यता से जगमगाने लगेगा। दीपों की रौशनी के साथ लाइटिंग और आतिशबाजी का मनमोहक दृश्य हर श्रद्धालु को आकर्षित करेगा। हर वर्ष की तरह इस बार भी कार्तिक मास की वैकुंठ चतुर्दशी पर दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
दरअसल परंपरा के अनुसार देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है, जिस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था। लेकिन व्यावहारिक दृष्टि से देखा जाए तो पूर्णिमा के दिन हरिद्वार में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। इसी वजह से वर्षों से एक दिन पहले यानी वैकुंठ चतुर्दशी को ही दीपोत्सव मनाने की परंपरा चली आ रही है। हर की पौड़ी की यह उजली रात न सिर्फ हरिद्वार बल्कि पूरे उत्तर भारत की श्रद्धा और आस्था का प्रतीक बन चुकी है।