करियर
आईआईटी खडग़पुर में होगी एमबीबीएस की पढ़ाई
कोलकाता। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खडग़पुर 2020 में अपना चिकित्सा विज्ञान संस्थान शुरू करेगा। संस्थान ने गुरुवार को एक बयान जारी कर इसकी घोषणा की। पश्चिम बंगाल के बलरामपुर में आईआईटी परिसर से सटे 18 एकड़ जमीन पर डॉ. बी. सी. रॉय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडीकल साइंस एंड रिसर्च का निर्माण किया जाएगा।
चिकित्सा विज्ञान संस्थान का अस्पताल 2018 से संचालित होने लगेगा और उसके तीन वर्ष के अंदर एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। आईआईटी के उपनिदेशक श्रीमन कुमार भट्टाचार्य को इस चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निर्माण का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
भट्टाचार्य ने कहा, “डॉ. बी. सी. रॉय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडीकल साइंस एण्ड रिसर्च के निर्माण कार्य का पहला चरण जून में पूरा होगा। अब हम 2018 तक अस्पताल का परिचालन शुरू करने पर काम कर रहे हैं। ताकि नियमों के अनुसार अगले तीन वर्षो में एमबीबीएस पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जा सके।”
उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में उपचार लेने वाले मरीज दुनिया के किसी भी चिकित्सक की सेवा ले सकेंगे।
भट्टाचार्य ने कहा, “यह अस्पताल इंटरनेट के जरिए चिकित्सा सेवा प्रदान करने वाले अन्य संस्थानों से संबद्ध होगा। हम वीडियोग्राफी के जरिए मरीजों की सभी जानकारी प्राप्त करेंगे। मरीजों की अनुमति से हम उनकी चिकित्सकीय जानकारियों को दुनिया भर में शेयर कर सकेंगे। इस प्रकार यदि मरीज अमेरिका में किसी चिकित्सक से परामर्श प्राप्त करना चाहता है, तो वह यह आसानी से कर सकता है।”
आईआईटी, खडग़पुर यह सुनिश्चित कर रहा है कि यह ‘बिना फायदे, बिना घाटे’ की रीति पर चले।
भट्टाचार्य ने कहा, जब हम विश्व स्तर की सुविधाएं दे रहे हैं, तब हमारी अलग तरह की कीमतें होंगी। गरीबों के लिए रियायत की सुविधा भी होगी। शेष मरीजों को बिना किसी रियायत के भुगतान करना होगा।”
योजना के अनुसार, अस्पताल में 750 बिस्तर होंगे।
भट्टाचार्य ने कहा, “मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आईआईटी, खडग़पुर को 400 बिस्तरों के साथ अस्पताल शुरू करने की स्वीकृति दे दी है। इसके लिए 150 करोड़ रुपये पहले ही आवंटित किए जा चुके हैं। इस परियोजना में 230 करोड़ का खर्चा आने का अनुमान है। हमने शेष राशि चंदे से जुटाने की योजना बनाई है।”
आईआईटी, खडग़पुर अस्पताल और चिकित्सा विज्ञान संस्थान के संचालन के लिए एक पृथक सोसाइटी के गठन की प्रक्रिया पर काम कर रहा है।
भट्टाचार्य ने बताया, “कानून के अनुसार आईआईटी चिकित्सा से संबंधित पाठ्यक्रमों का संचालन नहीं कर सकते। इसलिए यह सोसाइटी इस विशेष उद्देश्य के लिए काम करेगी। हम इसका संचालन सीधे नहीं करेंगे। लेकिन एक पंजीकृत संस्था की स्थापना करेंगे। इसके बाद आईआईटी, खडग़पुर इस संस्था के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर करेगा, ताकि अस्पताल का कार्यान्वयन आईआईटी व्यवस्था के साथ हो सके।”
आईआईटी, खडग़पुर 2001 से एक स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी का संचालन कर रहा है।
18+
जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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