Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

आजम ने कसा तंज, बोले- पीएम की मां को लाइन में नहीं लगने देता

Published

on

Loading

azam-khanलखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन द्वारा पुराने नोटों को बदलने के लिए मंगलवार को बैंक की कतार में लगने पर समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं सूबे की सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री मो. आजम खां ने तंज कसा है।

उन्होंने कहा, मुझे पता होता कि प्रधानमंत्री की माताजी नोट बदलने के लिए बैंक की लाइन में लग रही हैं तो मैं उन्हें लाइन में नहीं लगने देता और खुद जाकर लग जाता। काला धन रखने वालों पर निशना साधते हुए आजम ने कहा कि काला धन लेकर जो लोग बैंक आ रहे हैं, उनका चेहरा काला कर देना चाहिए, ताकि वे दोबारा न आएं और घर से बाहर कदम न रखें।

मालूम हो कि मंगलवार को नरेंद्र मोदी की 97 वर्षीय मां हीराबेन नोट बदलवाने के लिए खुद चलकर गांधीनगर के ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में पहुंची थीं।

वहीं सपा से निष्कासित सांसद रामगोपाल यादव ने मोदी पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को सोचना चाहिए कि जब उनकी मां को लाइन में लगने के लिए मजबूर होना पड़ा तो आम लोगों का क्या हाल होगा। उन्होंने कहा कि स्थिति भयावह है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending