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प्रादेशिक

किसान जो पढ़ नहीं सकते, किस तरह करेंगे ई-बैंकिंग : सिसोदिया

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ई-बैंकिंग, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एम-बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग

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ई-बैंकिंग, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एम-बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग

                                manish-sisodia

नई दिल्ली | दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि वे लाखों किसान जो पढ़ या लिख नहीं सकते किस तरह से ई-बैंकिंग कर पाएंगे?

सिसोदिया ने एक ट्वीट में सवाल किया, “एम-बैंकिंग/ई-बैंकिंग सबसे अच्छी व्यवस्था है लेकिन जो पढ़ या लिख नहीं सकते उन लाखों किसानों, मजदूरों, व्यापारियों पर इसे किस तरह से लागू कर सकते हैं?”

उन्होंने मोदी से उनके सांसद और सचिव मोबाइल और ई-बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं या नहीं इसकी जांच करने को कहा।

सिसोदिया ने कहा, “मोदीजी लाखों किसानों, मजदूरों, व्यापारियों पर इसे जबरन थोपने से पहले कृपया इसकी जांच कर लें कि क्या आपके 100 सांसद भी मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं?”

उनकी यह टिप्पणी रविवार को तब आई जब मोदी ने  नकदी के बगैर लेन-देने के लिए लोगों से ई-बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग प्रणाली को अपनाने का आग्रह किया।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने सवाल किया, “मोदीजी क्या आपके पास 100 भी ऐसे सचिव हैं जो रोजाना के जीवन में इसका इस्तेमाल करते हैं? यदि नहीं हैं तो लाखों किसानों, मजदूरों और व्यापारियों पर इसे क्यों थोप रहे हैं?”

 

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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