Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

पंजाब : 81 फुटा सिख शौर्य प्रतीक आकर्षण का केंद्र

Published

on

Loading

आनंदपुर साहिब| पंजाब के आनंदपुर साहिब में 81 फुट का सिख शौर्य प्रतीक श्रद्धालुओं और पर्यटकों में काफी लोकप्रिय हो रहा है। यह जानकारी अधिकारियों ने गुरुवार को दी। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के साथ उनकी बहू और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर ने बुधवार को पंज प्यारे पार्क में 81 फुट लंबे खंडा (खड्ग) का अनावरण किया।

42 फुट ऊंचा और 18 फुट चौड़ा स्टेनलेस स्टील का बना खंडा तीन टन वजन का है, जिसे 39 फुंट ऊंचे आधार पर रखा गया है, इसे स्वर्ण मंदिर के रामगढ़िया बंगस का रूप दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि खंडे के आधार को संगरमरमर से तैयार किया गया है। इसे विरासत-ए-खालसा के रूप में तैयार इस आधार के निर्माण में 20 लाख रुपये की लागत आई है।

धार्मिक प्रतीक को सतनाम फेब्रिकेशन ऑफ मोगा ने तीन महीने में तैयार किया है।

जी.एस.रेडिएटर्स के प्रबंध निदेशक रंजोध सिंह ने कहा कि खंडा पूरी तरह स्टेनलेस स्टील से बना हुआ है।

उन्होंने आईएएनएस को बताया कि इसे एरो-डायनेमिक डिजायन में तैयार किया गया है और इस पर 22 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। खंडे का डिजायन इस तरह तैयार किया गया है कि यह हवा का दबाव झेल सके।

एक पर्यटक गजिंदर सिंह ने शौर्य प्रतीक की तरफ इशारा करते हुए कहा, “यह आलीशान प्रतीक सिखों के महान बलिदान की याद दिलाता है।”

इस ऐतिहासिक शहर की स्थापना के 350वें साल पूरे होने पर तीन दिवसीय जश्न की शुरुआत बुधवार को हुई।

शहर की स्थापना सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर ने 19 जून,1665 में की थी।

राज्य सरकार ने 19 जून को सार्वजनिक छुट्टी घोषित की है।

इधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, मेनका गांधी और हरसिमरत कौर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी और छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलरामजी दास टंडन समापन दिवस पर उपस्थित होंगे।

आनंदपुर साहिब चंडीगढ़ से 85 किलोमीटर दूर स्थित है और यहां अमृतसर के हरमिदर साहिब के बाद सिखों का दूसरा पवित्र स्थल है। इसे तख्त केशरगढ़ साहिब के नाम से भी जाना जाता है।

प्रादेशिक

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले नए डीजीपी की नियुक्ति

Published

on

Loading

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी। कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

Continue Reading

Trending