Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

पर्चे पर चर्चा : मोदी की राह चले नीतीश

Published

on

Loading

पटना| बिहार विधानसभा चुनाव में अभी काफी समय है, परंतु सतारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) चुनाव की तैयारी में अभी से जुट गई है। प्रचार को लेकर कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। पिछले लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी के ‘चाय पर चर्चा’ की तर्ज पर जद (यू) ने बुधवार से ‘पर्चे पर चर्चा’ कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम के तहत पार्टी ने 24 जून से 30 जून तक राज्य के 35 हजार से ज्यादा गांवों में संपर्क साधने की योजना बनाई है।

जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने पटना के चीनाकोठी से इस कार्यक्रम की शुरुआत की और कहा कि राज्य में कानून का राज है। उन्होंने केन्द्र सरकार पर बिहार के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया और कहा कि राज्य के विकास के लिए केन्द्र सकार का सहयोग आवश्यक है।

उन्होंने केन्द्र सरकार पर बिहार की योजनाओं में धनराशि कटौती करने का भी आरोप लगाया।

उन्होंने ‘पर्चे पर चर्चा’ कार्यक्रम के विषय में कहा कि करीब एक घंटे के इस आयोजन में चौपाल पर पार्टी कार्यकर्ताओं के हाथ में पर्चा होगा, जिस पर नीतीश सरकार की उपलब्धियां अंकित होंगी। एक दिन में करीब 5,340 गांवों तक तथा सात दिनों में 35 हजार गांवों तक पहुंचने की योजना है।

उन्होंने बताया कि पर्चे पर सुशासन, महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में किए गए कार्य, पंचायती राज व्यवस्था में अति पिछड़ों और महिलाओं के आरक्षण सहित कई उपलब्धियों की विस्तार से जानकारी दी गई है।

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

Published

on

By

Loading

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

Continue Reading

Trending