Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

प्रकाश पर्व पर पटना में ‘वाहे गुरु’ की गूंज

Published

on

Loading

प्रकाश पर्व पर पटना में 'वाहे गुरु' की गूंजपटना | सिखों के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंह के जन्मोत्सव ‘प्रकाश पर्व’ को लेकर पिछले कई दिनों से बिहार की राजधानी पटना में महोत्सव का नजारा देखने को मिल रहा है। प्रकाशोत्सव को लेकर गुरुवार को बाल प्रीतम की नगरी में सुबह से ही ‘वाहे गुरु’ की गूंज है। बाल गोविंद (गुरु गोविंद सिंह के बचपन का नाम) की जन्मस्थली तख्त श्री हरमंदिर साहिब में सुबह से ही श्रद्घालुओं का तांता लगा हुआ है।

गांधी मैदान में 350वें प्रकाशोत्सव के मौके पर बने अस्थायी गुरुद्वारा में तड़के 4.15 बजे से ही कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं। ये देर रात एक बजे तक चलेंगे। अरदास हुक्मनामा, गुरुशब्द विचार, गुरुमत विचार, शब्द विचार, कीर्तन दरबार, संत समागम, कवि श्री और ढाडी दरबार के कार्यक्रम आधी रात तक चलेंगे। इस क्रम में गतका पार्टियां भी अपना जौहर दिखाएंगीं।

जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह बताते हैं कि तख्त श्री हरिमंदिर में बुधवार देर रात 1.30 बजे से ही कार्यक्रम शुरू हो गए, जो गुरुवार आधी रात के बाद यानी छह जनवरी के तड़के दो बजे तक चलेंगे। फूल की बरखा और आतिशबाजी के साथ इस समारोह का समापन होगा। इसके साथ ही पंजाब और सिख समुदाय के साथ पाटलिपुत्र यानी पटना के नए संबंधों की शुरुआत होगी।

इन कार्यक्रमों को लेकर गांधी मैदान गुरुद्वारा और श्री हरमंदिर साहिब में भक्ति की रसधारा बह रही है। सेवा, भक्ति, प्रार्थना से पुण्य कमाने पहुंच देश-विदेश से आए सिख श्रद्घालु मत्था टेक सुख समृद्घि की कामना कर रहे हैं। हर तरफ ‘वाहे गुरु’ की गूंज है।

सिख इतिहास में पटना साहिब का खास महत्व है। सिखों के 10वें व अंतिम गुरु गुरु गोविंद सिंह का जन्म यहीं 22 दिसंबर, 1666 को हुआ था। सिख धर्म के पांच प्रमुख तख्तों में दूसरा तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब है।

सिख इतिहास में पटना साहिब का खास महत्व है। सिख धर्म के पांच प्रमुख तख्तों में दूसरा तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब है।

सिखों के आखिरी गुरु का बचपन भी यहीं गुजरा था। यही नहीं सिखों के तीन गुरुओं के चरण इस धरती पर पड़े हैं। इस कारण देश व दुनिया के सिख समुदाय के लिए पटना साहिब आस्था का केंद्र रहा है। हरमंदिर साहिब गुरुगोविंद सिंह की याद में बनाया गया है, जहां उनके कई स्मृति चिन्ह आज भी श्रद्घालुओं की आस्था से जुड़े हैं।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending