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खेल-कूद

भाई के लिए छोड़ी अपनी पढ़ाई, अब 2.4 करोड़ में हुआ नीलाम

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आईपीएल-8 के लिए सोमवार को हुई खिलाड़ि‍यों की नीलामी में बिल्कुल अनजान क्रिकेटर कोनगान्डा चारामन्ना करियप्पा यानी केसी करियप्पा को मिली कीमत से लोग हैरान हैं। 13 अप्रैल 1994 को जन्में करियप्पा की ख्याति एक रहस्यात्मक स्पिनर के रुप में है। करियप्पा की बेस प्राइस 10 लाख रुपए थी, लेकिन उन्हें कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) ने 2.4 करोड़ रुपए में खरीदा। करियप्पा ने न तो रणजी खेला है और न ही इससे पहले कभी वह आईपीएल के हिस्सा थे। नीलामी में शामिल आठ में से छह टीमों के लोगों ने तो उनकी तरफ देखा भी नहीं, लेकिन केकेआर को उनमें काफी संभावना दिखी।

केसी करियप्पा बचपन में साधारण बच्चों की तरह ही थे। कर्नाटक के कुर्ग के रहने वाले करियप्पा के प्रोफेशनल क्रिकेट अपनाने की भी रोचक कहानी है। दरअसल, उनके पिता कोदावा समाज, बेंगलुरु में सुपरवाइजर की नौकरी करते हैं। घर से इकलौते नौकरी करने वाले उनके पिता की सैलरी 20 हजार रुपए प्रतिमाह है। कुछ साल पहले करियप्पा के बड़े भाई फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रहे थे। कोर्स की फीस अधिक होने के कारण परिवार परेशान था। ऐसे में, करियप्पा ने अपनी पढ़ाई छोड़कर क्रिकेट पर फोकस करने का फैसला किया।kc cariappa cricketer

करियप्पा ने पढ़ाई छोड़ने के बाद ‘जावर्स क्रिकेट क्लब’ ज्वाइन किया। क्लब से जुड़ने के बाद करियप्पा ने टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलना शुरू किया। काफी देर से क्रिकेट शुरू करने वाले करियप्पा धीरे-धीरे अपनी लगन और मेनत के बल पर आगे बढ़ने लगे। करियप्पा सामान्यत: तो लेग-स्पिन बॉलिंग करते हैं, लेकिन ऑफ-स्पिन भी उनकी कमाल की है।

करियप्पा चर्चा में कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) के कारण आए। इसमें उन्होंने 6 मैचों में 11 विकेट लिए। 12 के एवरेज के साथ उनका बेस्ट 4 विकेट लेकर 19 रन रहा। केपीएल में करियप्पा बीजापुर बुल्स की ओर से खेले थे। वे अंडर 19 टीम में कर्नाटक की ओर से खेल चुके हैं। कर्नाटक रणजी टीम में रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर शामिल हो चुके हैं।

कैलिस को बॉलिंग करना टर्निंग प्वॉइंट
करियप्पा को अच्छा दाम मिलने के पीछे साउथ अफ्रीका के ऑलराउंडर जैक कैलिस की महत्वपूर्ण भूमिका रही। दरअसल, 2014 में लगे चैम्पियंस लीग के दौरान 15 दिवसीय ट्रेनिंग कैंप में करियप्पा ने साउथ अफ्रीका के जैक कैलिस सहित कई दिग्गजों के साथ नेट पर बॉलिंग की थी। उनकी बॉलिंग से कैलिस सबसे अधिक प्रभावित थे और मैनेजमेंट को उन्हें टीम में शामिल करने की सलाह भी दी थी। इसके बाद से करियप्पा टीम के मेंटर शिंदे और वीडियो एनालिस्ट एआर श्रीकांत के संपर्क में थे। इसका खुलासा नीलामी के बाद केकेआर के ही एक अधिकारी ने किया।

2.4 करोड़ मिलने की वजह
चैम्पियंस लीग के दौरान हुए केकेआर के 15 दिवसीय ट्रेनिंग कैंप में करियप्पा को शामिल किया गया था। इसके बाद केकेआर ने नवंबर, 2014 स्पॉन्सरशिप एग्रीमेंट भी करवाया था। नीलामी से पहले दिल्ली। डेयरडेविल्स के करियप्पा को खरीदे जाने की चर्चा थी। इसी वजह से केकेआर ने अधिक बोली लगाई, जिससे करियप्पा को अपनी टीम में शामिल कर सके। बता दें कि कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) के दौरान करियप्पा ने केकेआर के स्टार खिलाड़ी मनीष पांडे को आउट किया था।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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