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सज्जाद का मुफ्ती मंत्रिमंडल में शामिल होने से इंकार

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जम्मू | पीपुल्स कांफ्रेंस (पीसी) के नेता सज्जाद गनी लोन ने बुधवार को जम्मू एवं कश्मीर में मुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी)-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल होने से इंकार कर दिया। बताया जाता है कि उन्हें जो विभाग दिया गया है, उससे वह असंतुष्ट हैं। सज्जाद को मुख्यमंत्री सईद ने मंगलवार को पशुपालन विभाग का दायित्व सौंपा था, जिससे वह असंतुष्ट और नाराज बताए जा रहे हैं।

सज्जाद ने बुधवार को जम्मू स्थित अपने कार्यालय में उपस्थिति दर्ज नहीं कराई, बल्कि विमान से घाटी लौट गए। पीसी के एक सूत्र ने बताया, “उन्होंने मंत्रिमंडल में शामिल होने से मना कर दिया है और मंत्रिमंडल के सदस्य के रूप में मिली सभी सुविधाएं जैसे सुरक्षा, सरकारी वाहन सहित दूसरी सभी सरकारी सुविधाएं लौटा दी हैं।” सूत्र ने बताया कि सज्जाद बुधवार को श्रीनगर लौट गए हैं।  इस सवाल पर कि क्या सज्जाद ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है, सूत्र ने कहा, “नहीं, उन्होंने अब तक इस्तीफा नहीं दिया है, लेकिन मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने या नहीं देने का फैसला वह श्रीनगर में पार्टी के पदाधारियों से मुलाकात के बाद करेंगे।”

सूत्रों के अनुसार, सज्जाद मंत्रिमंडल में पशुपालन विभाग जैसा गैर महत्वपूर्ण मंत्रालय दिए जाने से नाखुश हैं। विधानसभा चुनाव के बाद उन्होंने भाजपा को समर्थन दिया था और भाजपा की ओर से रविवार को मुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्रिमंडल सदस्य के रूप में शपथ ली थी। पीपुल्स कांफ्रेंस के पास राज्य की 87 सदस्यीय विधानसभा में दो सीटें हैं।

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बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या पर कर्नाटक में FIR दर्ज, फेक न्यूज फैलाने का है आरोप

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बेंगलुरु। बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या पर कर्नाटक में एफआईआर दर्ज हुई है। तेजस्वी पर एक किसान की आत्महत्या के मामले को वक्फ बोर्ड के साथ भूमि विवाद से जोड़कर फर्जी खबर फैलाने का आरोप है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि किसान की आत्महत्या का कारण कर्ज और फसल खराबी था, न कि जमीन का विवाद। इस मामले ने कर्नाटक में राजनीति को गरमा दिया है।

हावेरी जिले के पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में बताया कि किसान की मौत जनवरी 2022 में हुई थी। उन्होंने कहा कि किसान ने आत्महत्या की वजह कर्ज और फसल नुकसान बताया गया था। पुलिस ने मामले की जांच पूरी करके रिपोर्ट भी प्रस्तुत कर दी थी। सूर्या की पोस्ट के बाद इस घटना को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई, और सोशल मीडिया पर चर्चाएं शुरू हो गईं।

कन्नड़ न्यूज पोर्टल के संपादकों पर भी FIR दर्ज

इस मामले में केवल तेजस्वी सूर्या ही नहीं, बल्कि दो कन्नड़ न्यूज़ पोर्टल के संपादकों के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है। इन पोर्टल्स ने एक हेडलाइन में दावा किया कि किसान की आत्महत्या वक्फ बोर्ड के भूमि विवाद से जुड़ी थी। पुलिस का कहना है कि इस प्रकार की गलत जानकारी किसानों में तनाव फैला सकती है और इसीलिए मामला दर्ज किया गया है।

वहीँ एफआईआर दर्ज होने के बाद तेजस्वी सूर्या ने इसपर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि हाल ही में वक्फ भूमि के नोटिसों ने किसानों के बीच चिंता बढ़ाई है, जिसके चलते उन्होंने प्रारंभिक रिपोर्ट पर विश्वास किया।

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