Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

स्कूलों में शिक्षक अब नहीं कर सकेंगे कामचोरी, ये एप रखेगा नजर

Published

on

Loading

उत्तराखंड। उत्तराखंड में शिक्षकों की गैरहाजिरी को लेकर सरकार अब नया नियम बनाने जा रही है। दरअसल यहां स्कूलों में गैरहाजिर होने पर उनकी खैर नहीं है क्योंकि सरकार अब मोबाइल के एक एप के सहारे पर उन पर कड़ी नजर रखने की कवायत में है।
शिक्षा विभाग ने रियल टाइम अटेंडेंस (आरटीए) के लिए खास मोबाइल एप विकसित किया है।

शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक स्कूल में आने के बाद मोबाइल एप पर सेल्फी खींचेगा जबकि जब स्कूल खत्म हो जायेगा तो लौटने की भी सेल्फी खींचनी होगी। इतना ही नहीं एप इस फोटो को खुद ही मुख्य सर्वर पर पहुंचा देगा।
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने इस नई प्रणाली पर खुलकर जानकारी दी है।

शिक्षा मंत्री के अनुसार यह एप उज्जवल एप के तहत जोड़ा जायेंगा। सरकार की कोशिश है कि यह प्रणाली जल्द से जल्द लागू किया जाये। शिक्षा प्रणाली को और मजबूत करने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।

इस प्रणाली से शिक्षक की गैरहजारी पर लगाम लगेंगी। शिक्षक की लोकेशन भी यह एप बताएगा। उज्ज्वल एप-प्रभारी उप शिक्षा अधिकारी ब्रजपाल सिंह राठौर के अनुसार पूरी प्रणाली जीपीआरएस से लैस है। शिक्षा विभाग के करीब 70 हजार शिक्षक, कर्मचारी और अफसरों की लॉगिन आईडी तैयार कर ली गई है। कुल मिलाकर स्कूलों में शिक्षकों की गैरहाजरी को लेकर सरकार सख्त है और वह एक्शन के मूड में हैं

उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन

Published

on

Loading

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।

कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।

Continue Reading

Trending