Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

हॉलीवुड हस्तियां जुटाएंगी नेपाल के लिए मदद

Published

on

Loading

काठमांडू| भूकंप की त्रासदी झेल रहे नेपाल में पुनर्निर्माण और पुनर्वास के लिए मदद जुटाने के उद्देश्य से हॉलीवुड अभिनेत्री मिशेल योह को जोड़ने के बाद बहुप्रशंसित बौद्ध नेता ग्यालवांग द्रुक्पा अन्य हॉलीवुड हस्तियों और फिल्म कलाकारों से भी मदद मिलने को लेकर आशावान हैं।

हिमालय की गोद में स्थित 800 साल पुराने द्रुक्पा समाज के आध्यात्मिक गुरु हॉलीवुड हस्तियों से नेपाल की सहायता के लिए हाथ मिला रहे हैं। इस सूची में अकादमी पुरस्कार विजेता सुसान सैरैनडन, स्टीवन सीगल और भारतीय फिल्म हस्ती आमिर खान का नाम शामिल है। द्रुक्पा समाज के लगभग 1,000 भिक्षु केंद्र हैं।

ग्यालवांग द्रुक्पा ने आईएएनएस के संवाददाता को बताया, “मैं सुसान सैरेंडन, स्टीवन सीगल और आमिर खान जैसी हस्तियों के संपर्क में हूं और वे हमारे एनजीओ लिव टू लव इंटरनेशनल के नेपाल में दीर्घकालिक पुनर्निर्माण कार्यक्रम से निश्चित तौर पर जुड़ेंगे।”

प्राकृतिक आपदा को प्रकृति की चेतावनी बताते हुए अक्सर यात्रा करने वाले आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि नेपाल के लिए और अधिक सहायता जुटाने के मकसद से वह इस सप्ताह अमेरिका, भारत और जेनेवा का दौरा करेंगे। ग्यालवांग को लैंगिक समानता को बढ़ावा देने वाले और सक्रिय पर्यावरणविद के रूप में जाना जाता है।

उन्होंने कहा, “जिस दौरान भूकंप आया उस समय तेज बारिश हो रही थी और चारों तरफ अंधेरा था। यह दर्दनाक तो था, लेकिन यह पूरी दुनिया के लिए चेतावनी भी थी।”

नेपाल, भूटान और भारत में सक्रिय रहने वाले ग्यालवांग ने कहा, “इस आपदा के बाद हम असुरक्षित इमारतों का निर्माण नहीं कर सकेंगे और न ही पारिस्थितिक रूप से प्रतिकूल माहौल में रह सकेंगे।”

‘लिव टू लव’ फाउंडेशन ने रविवार को भूकंप प्रभावित रामकोट और थापल गांव को गोद लिया। ये गांव द्रुक्पा समाज द्वारा संचालित द्रुक अमिताभ पर्वतीय आश्रम के करीब स्थित हैं। आश्रम में भी काफी नुकसान हुआ है।

‘लिव टू लव’ की ब्रांड ऐम्बेसडर मिशेल योह राहत अभियान में शामिल होने के लिए पिछले सप्ताह यहां आई थीं।

शुरुआती सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस आपदा में 10 लाख से अधिक इमारतें पूर्ण रूप से अथवा आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुई हैं। इस आपदा में पांच से 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है।

आध्यात्मिक नेता ने कहा कि गोद लिए गए गांवों में सामुदायिक हॉल स्थापित किए जाएंगे। इन गांवों की जनसंख्या 1,000 से अधिक है और यहां पर 85 फीसदी घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।

उन्होंने कहा, “प्राथमिक रूप से हमारी योजना नुवांकोट, रासुवा, सिंधुपालचौक और रामेछाप जिलों में आठ सामुदायिक हॉल बनाने की है, ताकि मानसून के पहले 2,000 से अधिक लोगों को आश्रय उपलब्ध हो सके। गोद लिए गए गांवों में भूकंप रोधी मकानों के लिए नक्शा बनाने की भी योजना पर विचार किया जा रहा है।”

द्रुक्पा ने कहा, “लिव ऑफ लव फाउंडेशन बेहद नया है, लेकिन इसकी मनोवृत्ति बहुत पुरानी है।”

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

Published

on

Loading

नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

Continue Reading

Trending