Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बिहार में शराबबंदी पर नीतीश ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

Published

on

Loading

बिहार में शराबबंदी पर नीतीश ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

पटना | बिहार में शराबबंदी के कड़े कानून को विपक्ष द्वारा ‘तालिबानी कानून’ बताए जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें उत्पाद अधिनियम, 2016 को लेकर सभी दलों से सुझाव लिया जाएगा। संसदीय कार्य एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बताया, “विधानसभा पुस्तकालय के वाचनालय में शाम चार बजे मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक होगी। बैठक का मुख्य मुद्दा उत्पाद अधिनियम, 2016 पर सुझाव होगा। बैठक में विधानसभा और विधानपरिषद के सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है।”

इससे पहले लोक संवाद के जरिये मुख्यमंत्री शराबबंदी को लेकर कुछ चुनिंदा लोगों की राय जान चुके हैं।

बैठक में सभी दल के नेताओं खासकर विपक्ष के नेताओं से मुख्यमंत्री सुझाव लेंगे कि कैसे सख्त कानून में सुधार किया जाए। मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि शराबबंदी से पीछे हटने का प्रश्न ही नहीं है।

इधर, मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता नंद किशोर यादव इस बैठक को लोगों की आंख में धूल झोंकने वाला बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों में शराबबंदी के सख्त कानून को लेकर आक्रोश बढ़ने के बाद नीतीश कुमार बहाना खोज रहे हैं, जबकि विपक्ष ने पहले ही दोनों सदनों में शराबबंदी का समर्थन किया है।

इधर, जद (यू) के नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक महागठबंधन सरकार का बचाव करते हुए कहते हैं कि विपक्ष शराबबंदी कानून को ‘तालिबानी कानून’ कहता है तो उन्हें उपाय बताना चाहिए। सिर्फ बोलने से तो कोई उपाय नहीं होगा, इसलिए सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है।

उल्लेखनीय है कि शराबबंदी कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने पिछले दिनों विज्ञापन निकालकर लोगों से 12 नवंबर तक सुझाव मांगे थे। इसके बाद 14 नवंबर को मुख्यमंत्री ने चुनिंदा लोगों से संवाद कर इस कानून पर चर्चा की थी।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending