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प्रादेशिक

महागठबंधन में गतिरोध पर राजद की बैठक, इस्तीफा नहीं देंगे तेजस्वी

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पटना। बिहार राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायकों की एक महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर शुरू हो गई। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में पार्टी के लगभग सभी विधायक हिस्सा ले रहे हैं।

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके परिवार के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग द्वारा पिछले कुछ दिनों में की गई कार्रवाई के बाद यह पार्टी की पहली बैठक है। ऐसे में सत्ताधारी महागठबंधन के भविष्य को लेकर इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

बैठक में पहुंचे सभी विधायक उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के इस्तीफे के खिलाफ हैं। पार्टी के विधायकों का स्पष्ट कहना है कि तेजस्वी के इस्तीफे का प्रश्न ही नहीं उठता। बैठक में भाग लेने पहुंचे राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा, “यह एक सामान्य बैठक है और इसमें 27 अगस्त की पटना में प्रस्तावित रैली को लेकर चर्चा की जाएगी।”

तेजस्वी के इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “तेजस्वी क्यों इस्तीफा देंगे। वह इस्तीफा नहीं देंगे। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को केंद्र के कई मंत्रियों से इस्तीफा मांगना चाहिए।” बिहार में राजद, जदयू व कांग्रेस सत्तारूढ़ महागठबंधन के घटक दल हैं, जिसकी अगुवाई नीतीश कुमार कर रहे हैं।

राज्य में विपक्षी दल भाजपा ने नीतीश कुमार से मामले पर अपनी चुप्पी तोडऩे को कहा है और लालू के दोनों बेटों के कथित तौर पर भ्रष्टाचार में शामिल होने के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। नीतीश के मंत्रिमंडल में लालू के बेटे तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री व तेज प्रताप स्वास्थ्य मंत्री हैं। भाजपा तेजस्वी के इस्तीफे की मांग कर रही है।

सीबीआई ने लालू प्रसाद व उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े पटना, दिल्ली, रांची व गुरुग्राम के 12 ठिकानों पर शुक्रवार को छापेमारी की थी।

उल्लेखनीय है कि जद (यू) ने भी मंगलवार को पार्टी पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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