Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

दिग्विजय समेत 19 के खिलाफ एफआईआर

Published

on

digvijay-singh-FIR

Loading

भोपाल। मध्यप्रदेश की सियासत में बवंडर जारी है। राज्यपाल रामनरेश यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद अब कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व विधानसभाध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी समेत 19 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। दिग्विजय पर आरोप है कि उनके मुख्यमंत्रित्व काल के 10 वर्षो के दौरान विधानसभा में गलत तरीके से नियुक्तियां हुईं। पुलिस के अनुसार, वर्ष 1993 से 2003 तक ये नियुक्तियां की गई थीं। इन नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायतें सामने आईं।

भोपाल दक्षिण के पुलिस अधीक्षक अंशुमान तिवारी ने बताया कि विधानसभा के उपसचिव की शिकायत के आधार पर जहांगीराबाद थाने की पुलिस ने 19 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इनमें दिग्विजय सिंह और तिवारी भी शामिल हैं। बताया गया है कि राज्य सरकार ने शिकायतों की जांच कराई, जिसमें 17 लोगों की संलिप्तता पाई गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर विधानसभा उपसचिव ने इनके खिलाफ मामला दर्ज करने की सिफारिश की। हालांकि पुलिस ने एक कदम आगे बढ़कर 19 लोगों को आरोपी बनाया। आरोप है कि इन्होंने विधानसभा में गलत तरीके से 17 लोगों का नियुक्त किया।

दिग्जिवय के खिलाफ मामला दर्ज होते ही भाजपा की बांछे खिल गई हैं। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी हितेष वाजपेयी का कहना है कि राज्य की राजनीति में दिग्विजय भ्रष्टाचार के पर्याय रहे हैं। कानून अपना काम कर रहा है, दिग्विजय को अब यह बताना होगा कि कानून से डरते क्यों हैं। वहीं कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने दिग्विजय के खिलाफ मामला दर्ज कराने को सरकार द्वारा की गई बदले की कार्रवाई करार दिया है। उनका कहना है कि दिग्विजय ने जब मुख्यमंत्री की ‘असलियत’ उजागर करने का प्रयास किया तो सरकार यह सहन न कर सकी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस तरह की गीदड़ भबकियों से डरने वाली नहीं है। सुशासन का चोला ओढ़कर भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ मुहिम जारी रहेगी।

Continue Reading

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending