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बिजनेस

निक्के ई ने 20000 की मनोवैज्ञानिक सीमा पार की

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टोक्यो| टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज (टीएसई) के प्रमुख सूचकांक निक्के ई 225 ने शुक्रवार को गत 15 साल में पहली बार 20,000 की मनोवैज्ञानिक सीमा पार कर ली। एनएचके वर्ल्ड के मुताबिक, सूचकांक हालांकि थोड़े समय के लिए ही इस सीमा के ऊपर रहा और गुरुवार के बंद स्तर के नीचे बंद हुआ।

225 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निक्के ई 225 इससे पहले अप्रैल 2000 में 20,000 की सीमा के ऊपर पहुंचा था।

सूचकांक आखिरकार 30 अंकों की गिरावट के साथ 19,907 पर बंद हुआ।

टीएसई का ही एक अन्य प्रमुख सूचकांक टॉपिक्स चार अंकों की गिरावट के साथ 1,589 पर बंद हुआ।

विश्लेषकों के मुताबिक, हाल में येन के अवमूल्यन के कारण निर्यातकों को अधिक आय होने की उम्मीद की वजह से सूचकांक में मजबूती दर्ज की गई है।

साथ ही बड़ी कंपनियों में की गई वेतन वृद्धि के कारण भी उपभोक्ता खपत बढ़ने और उसके कारण मांग बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।

 (12:10) 

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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