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अन्तर्राष्ट्रीय

महासागर गरम होने से समुद्री जीवों के पर्यावास बदलेंगे

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वाशिंगटन| महासागर के पानी का तापमान और ऑक्सीजन का घटता स्तर समुद्री जानवरों को भूमध्य रेखा से दूर रखने में एक साथ मिलकर भूमिका निभाते हैं, जहां ऑक्सीजन की आपूर्ति उनकी भावी जरूरतें पूरी कर सकती है। यह जानकारी एक नए शोध में सामने आई है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, पानी का तापमान ऑक्सीजन के लिए जानवरों के मेटाबॉलिक जरूरतों की तीव्रता को बढ़ाता है। ऐसा व्यायाम के दौरान भी होता है, लेकिन गर्म पानी में उनके शरीर को शक्ति देने के लिए आवश्यक ऑक्सीजन की मात्रा कम रहती है। ऊंचाई पर भी ऐसा ही होता है।

जलवायु परिवर्तन की वजह से लगभग दो-तिहाई श्वास संबंधी तनाव गर्म तापमान की वजह से होता है, जबकि बाकी इसलिए होता है, क्योंकि गर्म पानी में गैसें कम घुली हुई होती हैं।

वाशिंगटन विश्वविद्यालय में समुद्र विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर और इस शोध के प्रमुख कर्टिस ड्यूच के मुताबिक, “यदि आपके मेटाबोलिज्म बढ़ते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको अधिक भोजन और ऑक्सीजन की जरूरत है।”

“इसका मतलब यह है कि भविष्य में गर्म पानी की वजह से जल में रहने वाले जीवधारी ऑक्सीजन की कमी से मर जाएंगे। हम सभी जानते हैं कि समुद्र में ऑक्सीजन का स्तर घट रहा है और यह जलवायु परिवर्तन के साथ अधिक घटेगा।”

यह शोध चार अटलांटिक महासागर प्रजातियों पर किया गया। अटलांटिक कॉड जो गहरे समुद्र में रहता है, अटलांटिक रॉक क्रैब जो तटीय पानी में रहता है, शार्प स्नाउट सीब्रीम जो उपोष्णकटिबंधीय अटलांटिक और भूमध्यसागर में रहता है और समुद्र तल में रहने वाली मछली ईलपाउट पर किया गया।

यह शोध ‘साइंस’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।

 

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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