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प्रादेशिक

तुर्की मेक इन इंडिया में निवेश का इच्छुक : राजदूत

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कोलकाता | तुर्की के राजदूत बुराक अकापर ने मंगलवार को कहा कि उनका देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत विनिर्माण और निर्माण क्षेत्र में निवेश करना चाहता है। अकापर ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हम मेक इन इंडिया के तहत संभावित अवसर की तलाश कर रहे हैं, लेकिन इस दिशा में कोई स्पष्ट कदम नहीं उठाया गया है। हम भारत से सूचना और यात्रा की उम्मीद कर रहे हैं, जिसमें हमें यह बताया जाए कि हम किस तरह से योगदान कर सकते हैं।”

उन्होंने यह बात सोमवार को ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर में अपनी पुस्तक ‘पीपुल्स मिसन टू द ओटोमन एंपायर : एम.ए. अंसारी एंड द इंडियन मेडिकल मिसन-1912-13’ के लोकार्पण से अलग कही। उन्होंने कहा कि उनके देश की विनिर्माण और निर्माण क्षेत्र में विशेष रुचि है। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा आयात की जाने वाली कई चीजों का तुर्की निर्यात करता है और तुर्की अवसंरचना तथा निर्माण क्षेत्र में भी मजबूत है। उन्होंने कहा, “भारत में तुर्की के लिए कई अवसर हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि भारत तुर्की के कारोबारियों को भी अपनी योजना बताए।” अकापर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस साल या अगले साल होने वाली तुर्की यात्रा के दौरान इस बारे में विस्तार से वार्ता हो सकती है।

उन्होंने कहा, “हम इस साल नहीं तो अगले साल माननीय प्रधानमंत्री की यात्रा का इंतजार कर रहे हैं। उस समय इन बातों पर चर्चा करने का अवसर मिलेगा।” उन्होंने कहा कि 13 साल की अवधि के बाद मोदी तुर्की की यात्रा करने वाले प्रथम भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। देश में तुर्की के निवेश पर उन्होंने कहा, “कुछ कंपनियां अवसंरचना, विनिर्माण, कपड़ा क्षेत्र में कारोबार कर रही हैं और हाल में तुर्किश एयरलाइंस ने भारतीय विमानन क्षेत्र में प्रवेश किया है।” उन्होंने कहा कि उनका देश पर्यटन क्षेत्र में भी निवेश बढ़ाना चाहता है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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