खेल-कूद
दूसरा एकदिवसीय : भारत पर होगा वापसी करने का दबाव
मीरपुर (बांग्लादेश) | बांग्लादेश से पहले एकदिवसीय मैच में मिली अप्रत्याशित हार के बाद भारतीय टीम की कोशिश रविवार को शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में होने वाले दूसरे मुकाबले से तीन मैचों की श्रृंखला में वापसी करने की होगी। बांग्लादेश ने इसी मैदान पर पहले मैच में अपने नए तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान (50/5) के उम्दा प्रदर्शन की बदौलत भारत को 79 रनों की मात दी।
भारत के खिलाफ 30 एकदिवसीय मैचों में बांग्लादेश की यह चौथी जीत रही। इस जीत के साथ बांग्लादेश की टीम ने एक प्रकार से विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में मिली हार का हिसाब भी बराबर कर लिया। पहले मैच में बांग्लादेश के बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने जिस प्रकार का प्रदर्शन किया, वह यह जताने के लिए काफी था कि मेजबान टीम इस श्रृंखला में आसानी से हथियार नहीं डालने वाली है। टीम के सलामी बल्लेबाजों तमीम इकबाल और सौम्य सरकार ने शतकीय साझेदारी की और फिर शाकिब अल हसन, सब्बीर रहमान की बदौलत टीम ने भारत के खिलाफ पहली बार 300 रनों का आंकड़ा पार किया।
भारत की ओर से केवल रविचंद्रन अश्विन ही प्रभावशाली गेंदबाजी करते दिखे और तीन विकेट भी हासिल किए। वहीं, बल्लेबाजी में भारतीय टीम अच्छी शुरुआत के बाद बिखर गई। दूसरे एकदिवसीय मैच की बात करें तो दबाव भारतीय टीम पर अपनी साख बचाने का होगा। एक और हार के साथ भारतीय टीम श्रृंखला से हाथ धो बैठेगी। यह नहीं भूलना चाहिए कि बांग्लादेश की टीम हाल में पाकिस्तान को तीन एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में 3-0 की करारी शिकस्त दे चुकी है। बहरहाल, बांग्लादेश के पास एक और चुनौती चैम्पियंस ट्रॉफी-2017 के लिए क्वालीफाई करने की भी है। पहले मैच में मिली जीत के बाद बांग्लादेश विश्व रैंकिंग में वेस्टइंडीज से ऊपर सातवें पायदान पर पहुंच गया है और उसके 91 अंक हो गए हैं। चैम्पियंस ट्रॉफी में क्वालीफाई करने के लिए बांग्लादेश को 30 सितंबर तक शीर्ष-आठ में बने रहने की जरूरत है और इसके लिए उसे कम से कम दो जीत और चाहिए।
भारत के साथ बचे दो मैचों के बाद बांग्लादेश की टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी तीन एकदिवसीय मैच खेलने वाली है। भारत की ओर से विराट कोहली पर फॉर्म में वापसी का दबाव होगा। उन्होंने अपने पिछले तीन एकदिवसीय मैचों में कुल चार रन ही बनाए हैं। इसके अलावा अजिंक्य रहाणे और पहले मैच में अच्छी शुरुआत के बाद पारी को दूर तक ले जाने में नाकाम रहे सुरेश रैना के कंधों पर भी दारोमदार होगा।
टीम (संभावित):
बांग्लादेश टीम : मशरफे मुर्तजा (कप्तान), तमीम इकबाल, सौम्य सरकार, मोमिनुल हक, मुशफिकुर रहीम, शाकिब अल हसन (उपकप्तान), सब्बीर रहमान, नासिर हुसैन, अराफात सनी, तस्किन अहमद, रुबेल हुसैन, रोनी तालुकदार, मुस्ताफिजुर रहमान, लिटन दास।
भारत : रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धौनी (कप्तान), रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार, मोहित शर्मा, धवल कुलकर्णी, स्टुअर्ट बिन्नी, अक्षर पटेल।
18+
जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
-
उत्तराखंड2 days ago
उत्तराखंड सरकार ने भू-कानून के उल्लंघन पर अपनाया सख्त रुख
-
उत्तराखंड2 days ago
जगद्गुरु रामभद्राचार्य अस्पताल में भर्ती, सांस लेने में तकलीफ
-
राजनीति2 days ago
महाराष्ट्र विस चुनाव: सचिन ने डाला वोट, बोले- सभी लोग बाहर आकर मतदान करें
-
मध्य प्रदेश2 days ago
24 से 30 नवंबर तक यूके और जर्मनी प्रवास पर रहेंगे सीएम मोहन यादव, प्रदेश में निवेश लाना है मकसद
-
प्रादेशिक2 days ago
नई दिल्ली में भव्य ‘महाकुंभ कॉन्क्लेव’ का आयोजन करेगी योगी सरकार
-
मुख्य समाचार2 days ago
VIDEO : 96 लाख रुपये बैटिंग एप में हारने वाले लड़के को देखें, कैसे हारा इतना पैसा
-
प्रादेशिक2 days ago
यूपी उपचुनाव : मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर सीट पर बवाल, पुलिस ने संभाला मोर्चा
-
अन्य राज्य2 days ago
महाराष्ट्र और झारखंड में वोटिंग करने के लिए पीएम मोदी ने की खास अपील